‘डिजिटल इंडिया’ की फर्जी वेबसाइट बनाने वाला गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ ने केंद्र सरकार की योजना ‘डिजिटल इंडिया’ की वेबसाइट बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह ने फर्जी वेबसाइट बनाकर हजारों लोगों से 11 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी की. एसटीएफ ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. यूपी एसटीएफ के मुताबिक, ई-ग्राम डिजिटल की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सुधांशु शुक्ला को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से मोबाइल फोन और फर्जी वेबसाइट से संंबंधित विभिन्न दस्तावेज बरामद हुये हैं.
एसटीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि धोखे के शिकार कई लोगों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को शिकायती पत्र भेजा था. पत्र में कहा गया था कि कुछ अज्ञात व्यक्ति डिजिटल इंडिया परियोजना के तहत चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों के नाम पर फर्जी वेबसाइट बना कर लोगों से ठगी कर रहे हैं. इस शिकायत के आधार पर इसकी जांच की जिम्मेदारी यूपी एसटीएफ को दी गई. एसटीएफ की टीम ने सरगना सुधांशु को लखनऊ के गोमतीनगर से गिरफ्तार किया है. पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है.
ASP साहनी ने की थी आत्महत्या, जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा
आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के गोमतीनगर स्थित हेडक्वार्टर में 29 मई को एएसपी राजेश साहनी ने सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण की जांच में यह तथ्य सामने आया है. हालांकि, करीब डेढ़ माह की लंबी जांच के बाद भी एएसपी की मौत का कोई ठोस कारण स्पष्ट नहीं हो सका. एडीजी ने अपनी विस्तृत जांच रिपोर्ट डीजीपी ओपी सिंह को सौंप दी है.
एडीजी ने अपनी जांच के दौरान एटीएस के अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान दर्ज करने के साथ ही फॉरेंसिक साइंस के विशेषज्ञों से तकनीकी बिंदुओं पर राय ली. बताया गया कि एडीजी की जांच में कहा गया है कि साहनी ने अपने कार्यालय में कुर्सी पर बैठकर खुद को गोली मारी थी. उनके दाहिने हाथ में गन पाउडर के निशान भी पाए गए. एएसपी साहनी के चालक मनोज और अन्य कर्मचारियों से पूछताछ में सामने आया कि उन्होंने मनोज से पिस्टल मंगाई थी. पिस्टल लेने के बाद वह भूतल स्थित अपने कमरे में चले गए थे. कमरे में कोई फोर्स इंट्री नहीं हुई. परिस्थितिजन्य साक्ष्य और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर एडीजी ने साहनी के आत्महत्या करने की बात कही है. हालांकि साहनी ने ऐसा कदम किन कारणों से और किन परिस्थितियों में उठाया, इन सवालों के जवाब नहीं तलाशे जा सके.
गोहत्या होगी तो मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ेंगी: विनय कटियार
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विनय कटियार ने राजस्थान के अलवर में गौ-तस्करी की आशंका में हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मुस्लिम समाज को भी सोचना चाहिए कि अब गाय की हत्या नहीं हो सकती. अगर गाय की हत्या होगी तो मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ेंगी. कटियार ने इलाहाबाद में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "अब (हिंदू समाज के) लोगों में जागरूकता आई है और गोहत्या होने पर इस तरह की घटनाएं बढ़ेंगी. हालांकि, यह नहीं होना चाहिए... यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. इस देश में पशु को लेकर हत्या हो जाए, यह उचित नहीं है लेकिन यह भी उचित नहीं है कि गाय की हत्या कर दी जाए और लोग इस पर न बोलें."
कटियार ने अलवर की घटना में पुलिस की लापरवाही की ओर इशारा करते हुए कहा कि अगर पीड़ित को जल्द अस्पताल ले जाते तो शायद ऐसा नहीं होता. इसमें कहीं न कहीं पुलिस की भी लापरवाही रही है, यह जांच का विषय है. पुलिस ने छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित अस्पताल ले जाने में चार घंटे लगा दिया. उन्होंने कहा, ‘‘मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि वे गाय को जहां चाहे लेकर चले जाएं यह स्थिति नहीं बनती. इसका कारण यह है कि राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल और असम तक में गाय की हत्या होने लगी है और इसे लेकर लोग क्रोधित हैं.''
उत्तर प्रदेश में दो नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में दो नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है. पहला मामला आदर्श मंडी पुलिस थाना क्षेत्र का है, जहां 16 साल की एक लड़की का कथित तौर पर अपहरण कर उसके साथ 15 दिन तक बलात्कार किया गया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि 29 मई को राजू ने नाबालिग का उस समय अपहरण किया जब वह शौच के लिए गई थी. अपहरण कर उसे पंजाब ले जाया गया और कई दिनों तक उसके साथ बलात्कार किया गया.
उन्होंने कहा कि पीड़िता के परिवार की शिकायत पर राजू , उसके भाई विजय , मां प्रेमी देवी और एक अन्य व्यक्ति अवतार सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अधिकारी ने कहा कि आरोपी की तलाश जारी है. वहीं एक अन्य मामले में मानसिक रूप से विक्षिप्त 15 साल की बच्ची के साथ एक व्यक्ति ने शामली जिले के बरला जाट गांव में कथित तौर पर बलात्कार किया. पुलिस ने बताया कि सोनू (21) ने उस समय घटना को अंजाम दिया जब लड़की घर पर अकेली थी. उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश जारी है.
जमात उल मुजाहिदीन के दो आतंकवादी गिरफ्तार, पुलिस को संदेह
उत्तर प्रदेश एटीएस और पश्चिम बंगाल पुलिस की संयुक्त टीम ने एक कार्रवाई में बांग्लादेश के आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन (जेएमबी) के दो सदस्यों को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश एटीएस ने पश्चिम बंगाल पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई में आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. दोनों की पहचान बांग्लादेश निवासी मुशर्रफ उर्फ मूसा और रुबेल अहमद के रूप में हुई है. पाल ने बताया कि दोनों को ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है.
एटीएस, पुलिस और खुफिया विभाग के अधिकारी दोनों से पूछताछ कर रहे हैं. वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि दोनों राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में किसी बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. इस संबंध में ज्यादा जानकारी पूछताछ के बाद ही मिलेगी. सूत्रों का कहना है कि खुफिया विभाग से सूचना मिली थी कि जेएमबी के कुछ सदस्य एनसीआर में अपने संगठन के लिए धन जुटा रहे हैं. जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) का गठन वर्ष 1998 में अब्दुल रहमान ने ढाका डिवीजन के पालमपुर में किया था. 2005 में जेएमबी ने एक एनजीओ पर हमला किया था, जिसके बाद बांग्लादेश सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया था.
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