अगले एक साल में देशभर के सभी टोल प्लाजा खत्म हो जाएंगे या फिर हटा लिए जाएंगे. इसका ऐलान केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में किया. लेकिन अलग आप इससे ये सोचने लगे हैं कि अब अगले साल से सभी सड़कें टोल फ्री होने वाली हैं, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. टोल प्लाजा के हटने के बाद उनका काम कैमरा करेगा और जीपीएस के जरिए लोगों को अपना टोल टैक्स देना होगा.
कैमरे से कटेगा टोल टैक्स
टोल प्लाजा को लेकर नितिन गडकरी ने संसद में कहा कि पिछली सरकार के दौरान कई जगहों पर शहरों के बगल में जो टोल प्लाजा बनाए गए हैं वो अन्यायपूर्ण हैं. केंद्रीय मंत्री गडकरी ने आगे कहा,
“मैं सदन को आश्वस्त करता हूं कि एक साल के अंदर देश के सभी टोल निकल जाएंगे. इसका मतलब ये है कि टोल नहीं रहेंगे, लेकिन हमारे सड़कों पर कैमरे रहेंगे जो जीपीएस से आपका इमेज कैच करेगा. उतना ही पैसा आपसे कटेगा. आपको कोई नहीं रोकेगा. टोल में पहले चोरियां भी बहुत होती थीं, कोविड के दौर पर हमारा टोल का इनकम 24 हजार करोड़ रुपये साल का था, जो 10 हजार करोड़ कम होना चाहिए था, लेकिन फास्टैग की वजह से ये इनकम इतनी ज्यादा हुई है. अब 93 फास्टैग लागू हो गया.”
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिन 7 फीसदी लोगों ने फास्टैग नहीं लगवाया है, वो डबल टैक्स देने को तैयार हैं, लेकिन फास्टैग का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं. अब ऐसे लोगों के खिलाफ मैंने पुलिस कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.
पुरानी गाड़ियों में कैसे लगेगा जीपीएस?
अब जीपीएस के जरिए टोल टैक्स लोग कैसे चुकाएंगे और जिनकी गाड़ी में जीपीएस की सुविधा नहीं है, वो लोग क्या करेंगे? इन सवालों का जवाब भी केंद्रीय मंत्री गडकरी ने दिया. उन्होंने बताया कि,
“टोल को लेकर जो जीपीएस लगेगा, वो नई गाड़ियों में लगकर आ रहा है. लेकिन जो पुरानी गाड़ियां हैं, जिनमें जीपीएस नहीं लगा हुआ है, उनमें भी हम फ्री में जीपीएस लगवा देंगे. अब इसमें कोई समस्या नहीं आएगी.”
स्क्रैपिंग पॉलिसी के तहत लोगों को मिलेगी छूट
टोल प्लाजा खत्म होने के ऐलान के अलावा नितिन गडकरी ने एक और ऐलान किया. जिसमें उन्होंने बताया कि स्क्रैपिंग पॉलिसी के तहत अगर आप नई गाड़ी खरीदते हैं तो न सिर्फ आपको उसमें डिस्काउंट मिलेगा, बल्कि टोल टैक्स में भी छूट दी जाएगी. पुरानी गाड़ियों का फिटनेस टेस्ट करने के बाद अगर गाड़ी की लाइफ खत्म मानी जाती है तो उसे स्क्रैपिंग के लिए भेजा जाएगा, इसके लिए सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. पुरानी गाड़ी का दोबारा रजिस्ट्रेशन करवाने की बजाए स्क्रैपिंग के लए प्रोत्साहित किया जाएगा. साथ ही दोबारा रजिस्ट्रेशन की फीस ज्यादा वसूली जाएगी.
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