केंद्र सरकार ने रविवार को दो सहकारी समितियों-राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (NCCF) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) के जरिए बेचे जाने वाले टमाटर (Tomato) की खुदरा कीमतों में कटौती का ऐलान किया है. NCCF और NAFED अब टमाटर को 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचेंगे, जो पहले की कीमत 90 रुपये से 10 रुपये कम है.
Indian Express की रिपोर्ट के मुताबिक उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने एक बयान में कहा कि देश के कई स्थानों पर टमाटर को 90 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बेचने के सरकार के हस्तक्षेप की वजह से टमाटर की थोक कीमतों में कमी आई है. कीमतें असाधारण रूप से ऊंची चल रही थीं.
देश भर में 500 से अधिक बिंदुओं पर स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करने के बाद, रविवार, 16 जुलाई से इसे 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचने का फैसला किया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि NAFED के जरिए दिल्ली, नोएडा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर और आरा में कई जगहों पर बिक्री शुरू हो गई है. ऐसी जगहों पर मौजूदा बाजार कीमतों के आधार पर सोमवार से इसे और अधिक शहरों में लागू किया जाएगा.
उपभोक्ता मामलों के सचिव ने आगे कहा कि भारत सरकार उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए हमेशा तैयार है.
टमाटर की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत तीन गुना बढ़कर 100 रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा होने के बाद, केंद्र बुधवार को हरकत में आया और NAFED और NCCF को आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की प्रमुख मंडियों में एक साथ वितरण के लिए तुरंत टमाटर खरीदने का निर्देश दिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)