साल 2019 का पहला पूर्ण सूर्यग्रहण आज यानी 2 जुलाई को पड़ रहा है. हालांकि भारत में सूर्यग्रहण के समय रात होगी, इसलिए यहां इसका ज्यादा असर नहीं होगा. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, ये ग्रहण आषाढ़ अमावस्या को लग रहा है. इससे पहले 6 जनवरी को आंशिक सूर्यग्रहण देखने को मिला था.
आइए जानते हैं सूर्यग्रहण से जुड़े कुछ सवालों के जवाब.
16 जुलाई 2019 को आंशिक चंद्र ग्रहण पड़ेगा. इसके बाद 26 दिसंबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा, जो भारत में दिखेगा.
किन देशों में दिखेगा सूर्य ग्रहण?
ला सेरेना, सैन जुआन, ब्रागाडो, जूनिन औररियो कुआर्टो, चिली और अर्जेंटीना के कुछ शहरों में सूर्यग्रहण दिखाई देगा. वहीं चिली में सैंटियागो, ब्राजील में साओ पाउलो, अर्जेंटीना में ब्यूनस आयर्स, पेरू में लीमा, उरुग्वे में मोंटेवीडियो और पैराग्वे में असुनसियन जैसे शहरों में भी सूर्यग्रहण दिखाई देगा.
भारत में पूर्ण सूर्यग्रहण का समय क्या है?
दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, दक्षिण मध्य अमेरिका और अर्जेंटीना में मंगलवार को लगभग पांच घंटे के लिए पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा. यह सूर्य ग्रहण भारतीय समय के मुताबिक रात लगभग 10:25 से शुरू होगा.
कहां और कैसे देखें Total Solar Eclipse?
चूंकि भारत में रात में सूर्यग्रहण पड़ रहा है, इसलिए यहां के लोग इसे Exploratorium museum की वेबसाइट पर देख सकते हैं.
सूर्यग्रहण क्या होता है?
पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमने के साथ-साथ सौरमंडल का भी चक्कर लगाती है. वहीं पृथ्वी का उपग्रह चंद्रमा भी पृथ्वी का चक्कर लगाता रहता है. इसी प्रक्रिया में जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा आ जाता है, तो सूर्यग्रहण होता है. सूर्यग्रहण में सूर्य का थोड़ा हिस्सा या पूरा हिस्सा ढक जाता है. इसी घटना को सूर्यग्रहण कहते हैं.
क्या है सूर्यग्रहण को ट्रैक करने का इतिहास?
नासा के मुताबिक, किसी भी तरह के ग्रहण का ऑब्जर्वेशन करीब 5 हजार साल पहले शुरू हुआ था. सभी सभ्यताओं के अपने तौर तरीके थे. चीन में कहा जाता था कि कोई आकाशीय ड्रैगन सूरज को खा जाता है. चंद्रग्रहण में चांद को निगल जाता है. इसी आधार पर राजा के शासन की भविष्यवाणी भी की जाती थी.
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