टेलीकॉम रेगुलेरिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आरएस शर्मा ने शुक्रवार को एक ट्वीट करके अपना आधार नंबर सार्वजनिक किया और अपने आलोचकों की चुनौती दी कि वो उन्हें नुकसान पहुंचाकर दिखाएं.
थोड़ी ही देर बाद एक फ्रैंच सिक्योरिटी रिसर्चर एलियट एल्डरसन ने आरसी शर्मा के चैलेंज को कबूल करते हुए उनके आधार कार्ड नंबर से उनका कथित मोबाइल नंबर पता कर लिया. इतना ही नहीं एंडरसन ने अगले ट्वीट में TRAI के अध्यक्ष का पता, बर्थ डेट, ईमेल, ऑलटरनेट फोन नंबर और पेन कार्ड की भी जानकारी सार्वजनिक कर दी. हैकर ने उसके बाद आरसी शर्मा को समझाने की कोशिश की कि आधार कार्ड नंबर को सार्वजनिक करना कितना जोखिम भरा हो सकता है.
एल्डरसन ने लिखा, "लोग आसानी से आपका पर्सनल पता, डेट ऑफ बर्थ और दूसरा फोन नंबर जान सकते हैं. मैं अब यहीं रुकता हूं. अब शायद आपको समझ में आएगा कि अपना आधार कार्ड पब्लिक करना क्यों ठीक नहीं है"
आम आदमी की प्राइवेसी से जुड़े इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई चली. कई एक्टिविस्ट और आम लोग इस बात को लेकर चिंता में हैं कि 12 अंकों वाला आधार नंबर कहीं उनकी पर्सनल जानकारियों को कहीं और तो नहीं पहुंचा रहा. इससे पहले अपने किसी इंटरव्यू में शर्मा कह चुके हैं कि अब तक ऐसा एक बार भी नहीं हुआ है कि आधार कार्ड के जरिए किसी का डेटा चोरी हुआ हो. लेकिन उनके सोशल मीडिया पर अपना आधार कार्ड नंबर डालने के कुछ ही घंटों बाद एक हैकर ने एक फोन नंबर डाल दिया जो कि उनके आधार से लिंक था.
हैकर ने हालांकि TRAI अध्यक्ष की कई जानकारियों को काली पट्टी लगाकर छिपा लिया लेकिन अब भी आरएस शर्मा इस बात को नहीं मानते कि उनके आधार कार्ड के जरिए इन सभी जानकारियों का पता लगाया गया है क्योंकि उनके मुताबिक ये सभी बातें पहले से ही पब्लिक डोमेन में हैं.
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