त्रिपुरा हिंसा (Tripura Violence) को कवर करने गईं 2 महिला पत्रकारों को कई घंटे हिरासत में रखने के बाद त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. लेकिन अब कोर्ट से पुलिस को झटका लगा है, कोर्ट ने दोनों पत्रकारों को जमानत दे दी है.
दोनों पर त्रिपुरा में कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा को रविवार 14 नवंबर को असम पुलिस ने हिरासत में लिया था.
समृद्धि और स्वर्णा को रविवार 14 नवंबर को दिन में असम पुलिस ने सिलचर जाते वक्त करीमगंज से हिरासत में लिया था. बाद में देर रात दोनों पत्रकारों को त्रिपुरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें उदयपुर मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेशी के लिए लाया जा रहा है. दोनों पत्रकारों पर धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने,फर्जी खबरें प्रसारित करने समेत कई आरोप लगाए गए हैं.
उदयपुर के मजिस्ट्रेट कोर्ट में हुई पेशी
HW नेटवर्क ने त्रिपुरा पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी का जानकारी देते हुए बयान जारी किया.इस बयान में कहा गया था, ''हमारे रिपोर्टर्स समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा को देर रात सुबह 12 बजकर 55 मिनट पर असम के करीमगंज से गिरफ्तार कर लिया गया है. त्रिपुरा पुलिस उन्हें ट्रांजिट रिमांड में लेकर उदयपुर मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश करेगी. वरिष्ठ वकील पीजूष बिस्वास HW न्यूज नेटवर्क की ओर से उनका केस लड़ेंगे. हम उनकी तत्काल रिहाई की कोशिश कर रहे हैं.''
एडिटर्स गिल्ड ने जताया विरोध
इससे पहले त्रिपुरा पुलिस पर अगरतला के होटल में दोनों पत्रकारों ने पुलिस पर परेशान करने का आरोप लगाया था. बताया जा रहा है कि विहिप कार्यकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने दोनों पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज किया है. एडिटर्स गिल्ड ने महिला पत्रकारों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की है.
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