त्रिपुरा (Tripura) के उनाकोटी जिले में भगवान जगन्नाथ के 'उल्टा रथ यात्रा' उत्सव के दौरान हाईटेंशन तार की चपेट में आने से सात लोगों की मौत हो गई जबकि 16 लोग घायल हो गए. घटना कुमारघाट इलाके में बुधवार (28 जून) शाम करीब साढ़े चार बजे घटी.
ANI से बात करते हुए त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा, "त्रिपुरा के इतिहास में ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई. मैं दुर्घटनास्थल और दो अस्पतालों में गया. गंभीर रूप से घायल लोगों को जेबी अस्पताल रेफर किया गया है. कुल 7 लोगों की मौत हो गई और 16 घायल हो गए."
दरअसल, 'उल्टा रथ यात्रा' उत्सव, रथ यात्रा के एक सप्ताह बाद होने वाले, देवताओं, भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ की उनके पवित्र निवास में वापसी के उपलक्ष्य में मनाया जाता है.
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, 'उल्टा रथ यात्रा' उत्सव के दौरान, बड़ी संख्या में लोग लोहे से बने रथ को खुशी-खुशी खींच रहे थे. रथ 133kv के वोल्टेज वाले हाई-टेंशन तार के संपर्क में आ गया, जिसके बाद आग लग गई.
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
इससे पहले, इस घटना पर त्रिपुरा के सीएम माणिक साहा ने ट्वीट कर लिखा, "एक दुखद घटना में, आज कुमारघाट में उल्टा रथ यात्रा के दौरान बिजली का करंट लगने से कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कुछ अन्य लोग घायल हो गए. शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को त्रासदी में खो दिया है. इस कठिन समय में, राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है."
पुलिस के मुताबिक, छह लोगों की तुरंत जान चली गई, जबकि 15 अन्य झुलस गए.PTI की एक रिपोर्ट के अनुसार, घायल व्यक्तियों का फिलहाल नजदीकी अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
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