मुंबई पुलिस ने रविवार को रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खनचंदानी और अन्य से कथित फर्जी टेलीविजन रेटिंग पॉइंट (टीआरपी) मेगा-घोटाले के संबंध में पूछताछ की. अधिकारियों ने यहां यह जानकारी दी. इसके अलावा, चैनल के तीन अन्य अधिकारियों, हंसा रिसर्च ग्रुप के सीईओ प्रवीण निझारा और एक कर्मचारी से भी पुलिस ने पूछताछ की है.
रिपब्लिक टीवी के CFO तलब किए गए थे
मामले की पुलिस जांच में पाया गया है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में से एक व्यक्ति ने चार या पांच व्यक्तियों से अपने बैंक खाते में एक करोड़ रुपये से अधिक की भारी जमा राशि हासिल की थी. ये व्यक्ति वे हैं जिनकी जांच की जा रही हैं. रिपब्लिक टीवी के सीएफओ शिव एस. सुंदरम, जिन्हें शनिवार को तलब किया गया था, ने पुलिस से पूछताछ के लिए कोई और तारीख देने का आग्रह किया है.
मुंबई पुलिस द्वारा कथित रूप से रिपब्लिक टीवी, फकत मराठी और बॉक्स सिनेमा से जुड़े घोटाले का खुलासा करने के तीन दिन बाद यह घटनाक्रम सामने आया और जांच के लिए इन चैनलों के शीर्ष अधिकारियों को बुलाने के अलावा कम से कम चार लोगों को गिरफ्तार किया गया.
फॉरेंसिक ऑडिट के लिए टीम का गठन
पुलिस ने तीनों चैनलों के वित्तीय मामलों में फोरेंसिक ऑडिट कराने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया है. हालांकि, रिपब्लिक टीवी ने बार-बार किसी भी गलत काम को करने से इनकार किया है और महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस पर फंसाने का आरोप लगाते हुए पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह पर मुकदमा ठोंकने की धमकी दी है.
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