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JNU स्टिंग ऑपरेशनः ABVP के लोग बोले- साबरमती में घुसकर की पिटाई

स्टिंग ऑपरेशन में अक्षत में स्वीकार किया है वह हिंसा में शामिल था

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भारत
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जेएनयू हिंसा मामले में एक टीवी चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन किया है, जिसमें कुछ एबीवीपी के छात्र हमला करने की बात को स्वीकार करते दिख रहे हैं. चैनल का दावा है कि पुलिस ने इस स्टिंग ऑपरेशन को जांच में शामिल करने का फैसला किया है.

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इंडिया टुडे के स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कैमरे में कैद हुए शख्स की पहचान अक्षत अवस्थी के रूप में हुई है, वो जेएनयू बीए फ्रेंच फर्स्ट ईयर का छात्र है.

स्टिंग ऑपरेशन में अक्षत में स्वीकार किया है वह हिंसा में शामिल था. हमले के दौरान उसने हेलमेट पहना था. 20 लोग जेएनयू के और 20 लोग बाहर से बुलाए थे.

लोगों को जुटाने का काम मैंने किया- अक्षत

टीवी चैनल के स्टिंग में अक्षत ने कहा, लोगों की जुटाने का काम उसका ही था. पहले पेरियार में हमला किया गया और जब वहां से लोग साबरमती हॉस्टल की ओर भागे तो साबरमती हॉस्टल में भी हमला किया गया. हॉस्टल में उसने कई लड़को को पीटा. उसने कहा, एक लड़के की दाढ़ी थी और वो कश्मीरी लग रहा था उसकी पिटाई की.

स्टिंग ऑपरेशन में अक्षत में स्वीकार किया है वह हिंसा में शामिल था
अक्षत अवस्थी, जेएनयू बीए फ्रेंच फर्स्ट ईयर छात्र
(फोटोः इंडिया टूडे)
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रोहित शाह नाम का छात्र भी शामिल

स्टिंग ऑपरेशन में रोहित शाह नाम के छात्र ने भी स्वीकार किया कि वह अक्षत अवस्थी के साथ था और जब हमले की तैयारी कर रहे थे तब उसने अपना हेलमेट अवस्थी को दे दिया. शाह ने कहा, ' जब आप शीशे तोड़ते हैं तो हेलमेट सुरक्षा के लिए जरूरी था.' उसने कहा,

‘भीड़ हॉस्टल में एबीवीपी के एक कमरे में एकत्र हुई, जिसके बाद उसने उन्हें हॉस्टल में रहने वालों के बारे में जानकारी दी कि कौन किस संगठन का है. यह हमला जिस तरह से किया गया, अगर ऐसा नहीं होता तो संभव नहीं था. उन्हें एबीवीपी की ताकत का अंदाजा नहीं लग पाया.’
स्टिंग ऑपरेशन में अक्षत में स्वीकार किया है वह हिंसा में शामिल था
रोहित शाह, जेएनयू छात्र
(फोटोः इंडिया टुडे)

यूनिवर्सिटी के सर्वर को बंद करने में थी गीता

टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में जेएनयू एसयू के पूर्व अध्यक्ष और ऑल इंडिया एसोसिएशन कार्यकर्ता गीता कुमारी ने बताया कि वह यूनिवर्सिटी के सर्वर को बंद करने में शामिल थी. उसने बताया हमारी कोई भी मांग पूरी नहीं हुई थी हमसे जेएनयू वीसी भी नहीं मिले, इसलिए हमने सर्वर रूम को बंद करने का फैसला किया.

बता दें 5 जनवरी को जेएनयू कैंपस में कुछ नकाबपोश लोगों ने मारपीट की थी. इस दौरान यूनिवर्सिटी में तोड़फोड़ मचाई गई. इस घटना में कई छात्र घायल हो गए थे. वहीं, जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की अध्यक्ष आइशी घोष गंभीर रूप से घायल हो गई थी.

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