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अभिजीत बाबू- क्या ये सस्ती लोकप्रियता के हथकंडे नहीं?

महिला पत्रकार ने अभद्र भाषा इस्तेमाल करने पर अभिजीत के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत.

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भारत
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ये हैं अभिजीत, कभी अपनी मीठे सुर से सीधे आपके दिल में उतर जाया करते थे लेकिन अब कड़वे सुर से सीधे ट्विटर और टीवी पर ट्रोल करते नजर आते हैं. अब नया मामला है एक महिला जर्नलिस्ट के साथ ट्विटर पर गाली गलौच का.

पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने अभिजीत के खिलाफ बहस के दौरान उनके और अन्य मीडिया कर्मियों के खिलाफ गाली-गलौच वाली भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. स्वाति ने दिल्ली के वसंत विहार थाने में शिकायत दी है. दरअसल, कुछ दिन पहले चेन्नई में इन्फोसिस इम्प्लॉई स्वाति के मर्डर को लव जिहाद बताकर अभिजीत ने ट्वीट किया था. इसके बाद दिल्ली और मुंबई की दो महिला पत्रकारों ने उन्हें निशाने पर ले लिया था. इन्हें लेकर ही अभिजीत ने ट्वीट किए थे.

‘हिंदी में लिखा, इसलिए भड़क गए लोग’

अभिजीत ने कहा है कि वह इस मामले में चाहे शिकायत हो या कुछ और, लेकिन वह किसी से भी माफी नहीं मांगेंगे.

अभिजीत ने कहा, “मैं अगर शेमलेस ओल्ड लेडी लिख देता तो कोई विवाद नहीं होता लेकिन क्योंकि मैंने इसे हिंदी में लिखा, इसलिए लोग भड़क रहे हैं.”

‘ट्रोल करने वालों को देख लूंगा’

अभिजीत ने कहा, ‘मैंने तो ट्विटर पर ‘जस्टिस फॉर स्‍वाति’ ट्रेंड शुरू किया, लेकिन उन्‍होंने इसे सांप्रदायिक एंगल दे दिया. लेकिन अभी ये खत्‍म नहीं हुआ है. इस मुद्दे पर मैं माफी तो बिल्‍कुल नहीं मांगूगा. साथ ही लोगों को भी आगे देखूंगा, जो ट्विटर पर मेरा विरोध कर रहे हैं.’

क्या है पूरा मामला?

दरअसल अभिजीत ने चेन्न्नई की सॉफ्टवेयर इंजीनियर स्वाति की हत्या को ट्विटर पर लव जिहाद कहकर कई ट्वीट किए. जब एक महिला पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने अभिजीत से कहा कि वे बिना सबूतों के सांप्रदायिक ट्वीट कर रहे हैं तो उन्होंने स्वाति को की बेशर्म बूढ़ी महिला कह दिया.

स्वाति के मुताबिक, ”जब मैंने उन्हें कहा कि वो दंगा भड़काने की बात कर रहे हैं तो उन्होंने मेरे खिलाफ अपशब्द का इस्तेमाल किया. उनके वेरिफाइड अकाउंट से ये ट्वीट किया गया.

अभिजीत ने किसी से भी माफी मांगने से इंकार कर दिया है. 

अभिजीत का विवादों से पुराना नाता है. पिछले साल उन्होंने फुटपाथ पर सोने वालों की तुलना कुत्ते से की थी और फिर पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली को बेशर्म कह दिया था.

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