छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में रविवार सुबह नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान शहीद हो गए, जबकि एक अन्य घायल हो गया. पुलिस के मुताबिक, सुबह 3.45 पर यह घटना हुई.
नक्सलियों ने जवानों पर की गोलीबारी
पुलिस उपमहानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि परतापौर थाना के तहत बीएसएफ के महला शिविर के नजदीक एक जंगल में यह मुठभेड़ उस समय शुरू हुयी जब बीएसएफ का 114 वां बटालियान माओवादी विरोधी एक अभियान से वापस लौट रहा था.
डीआईजी के मुताबिक, जब सीमा सुरक्षा बल का गश्त दल राजधानी रायपुर से करीब 250 किलोमीटर दूरी बरकोट गांव में जंगल के रास्ते आगे बढ़ रहा था उसी समय नक्सलियों के एक समूह ने उस पर गोलीबारी कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी. मुठभेड़ के बाद उग्रवादी घने जंगल में भाग गये.
उन्होंने बताया, ‘‘मारे गये दोनों कांस्टेबल की पहचान लोकेन्द्र सिंह और मुखथियार सिंह के रूप में की गयी है. लोकेंद्र राजस्थान और मुखथियार पंजाब के रहने वाले थे जबकि मुठभेड़ में घायल एक अन्य कांस्टेबल संदीप डे हैं.''
सीएम ने जताया दुख
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना पर दुख जताया है. साथ ही नक्सली वारदात की कड़ी निंदा की है.
घायल को भेजा गया रायपुर
डीआईजी सुंदरराज पी ने बताया कि सहायक दल घटनास्थल पर पहुंच गयी है और पखनजोरे में बीएफएफ के 114 वें बटालियन के मुख्यलय में शवों को लाया गया. उन्होंने बताया कि घायल जवान को आगे के इलाज के लिए विमान से रायपुर ले जाया गया है. 9 जुलाई को कांकेर के छोटेबेथिया इलाके में नक्सलियों के आईईडी विस्फोट में एक मोटर साइकिल पर गश्ती कर रहे बीएसएफ के दो जवानों की मौत हो गयी थी. ये जवान 121 वें बटालियन से संबद्ध थे.
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