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Udaipur Murder: भीड़ और पुलिस के बीच झड़प में सिपाही को लगी तलवार, कोमा में गया

Udaipur Murder: भीड़ और पुलिस के बीच झड़प में सिपाही को लगी तलवार, कोमा में गया

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भारत
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Udaipur Murder: भीड़ और पुलिस के बीच झड़प में सिपाही को लगी तलवार, कोमा में गया
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राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार, 28 जून को कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन पर एक टेलर की हत्या (Udaipur Murder) के बाद तनाव बढ़ गया है. हत्या के अगले दिन बुधवार को जहां एक तरफ टेलर कन्हैया लाल का अंतिम संस्कार किया गया वहीं राजस्थान के राजसमंद में हिंदूवादी संगठनों के ज्ञापन देते समय पुलिस से हुई झड़प के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल संदीप चौधरी को किसी ने तलवार मार दी. गंभीर रूप से घायल कांस्टेबल संदीप चौधरी अभी कोमा में हैं.

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राजसमंद में विरोध हुआ हिंसक

कन्हैया लाल की जघन्य हत्या के विरोध में राजस्थान के राजसमंद जिले के भीम टाउन में बुधवार को हिंदूवादी संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन किया. विरोध के उग्र होने पर पुलिस टीम ने प्रदर्शकारियों को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शन हिंसक हो गया और पुलिस पर पत्थरबाजी हुई.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस कांस्टेबल संदीप चौधरी पर तलवार से हमला किया गया जिसके कारण वो गंभीर रूप से घायल हो गए. कांस्टेबल संदीप चौधरी को JLN हॉस्पिटल में एडमिट किया गया हैं जहां वो अभी कोमा में हैं.

झड़प की सूचना मिलते ही एसडीएम राहुल जैन, नगर थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह जोधा समेत अन्य लोग हॉस्पिटल पहुंचे.

जांच में SOG और ATS करेगी NIA का पूरा सहयोगः मुख्यमंत्री गहलोत

अशोक गहलोत ने बुधवार की दोपहर मुख्यमंत्री निवास पर उदयपुर की घटना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली. इसमें सीएम गहलोत को पुलिस अधिकारियों ने घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस ने इस घटना में विधि विरूद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम-1967 की धारा 16, 18 एवं 20 तथा भारतीय दण्ड संहिता की धारा 302, सहपठित धारा 153 ए, 153 बी, 295 ए, 452 एवं 34 में मुकदमा दर्ज किया है.

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राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) के नेतृत्व में विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया. शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह घटना आतंक और भय फैलाने के उद्देश्य से की गई है. इनके सम्पर्क अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुड़े होना प्रतीत होता है, इसलिए NIA द्वारा पूरे प्रकरण की जांच करना स्वाभाविक है.

बैठक में बताया गया कि एनआईए द्वारा जांच शुरू कर दी गई है. जांच में एनआईए को प्रदेश के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और एंटी टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) द्वारा पूरा सहयोग किया जा रहा है.

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