महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हुई हिंसा मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं होने पर सवाल उठाया है. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठाकरे ने कहा कि यूनिवर्सिटी में 'आतंकवादी' घुसे और छात्रों से मारपीट की, लेकिन उनकी गिरफ्तारी की अब तक कोई खबर नहीं है.
‘जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी जैसी बुरी परिस्थितियों में, आतंकवादी यूनिवर्सिटी में घुसे और जिस तरह से उन्होंने (छात्रों की) पिटाई की. मैंने ऐसी कोई खबर नहीं पढ़ी है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया हो.’उद्धव ठाकरे, मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र
उद्धव ठाकरे नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में हिंसा पर बीजेपी सरकार पर निशाना भी साधा, लेकिन गृह मंत्रालय का बचाव किया. सीएम ने कहा कि बीजेपी सरकार वाले राज्यों, जैसे उत्तर प्रदेश में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में हिंसा हुई. वहीं, गृह मंत्रालय के अंदर आने वाली दिल्ली में शाहीन बाग में प्रदर्शन पिछले 60 से ज्यादा दिनों से जारी है.
बता दें कि 5 जनवरी को जेएनयू में कुछ नकाबपोश गुंडों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला कर दिया, जिसमें 34 लोग घायल हो गए. इसमें जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष को भी गंभीर चोटें आईं थीं.
ठाकरे ने PM से मुलाकात के बाद CAA को दिया समर्थन
महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 21 फरवरी को पहली बार दिल्ली आए. यहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद सीएए और एनपीआर पर अपना रुख साफ कर दिया.
‘प्रधानमंत्री जी से CAA, NRC, NPR पर बात हुई. मैंने अपनी भूमिका स्पष्ट की है. CAA को लेकर किसी को डरने की जरूरत नहीं है. ये किसी को देश से निकालने के लिए कानून नहीं है.’पीएम मोदी से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे ने कहा
उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी से भी मुलाकात की थी.
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