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जामिया हिंसा की आंच UP के मऊ पहुंची, हिंसा के बाद ‘अघोषित’ कर्फ्यू

प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद मऊ जिले में अघोषित कर्फ्यू लगा दिया गया है

Published
भारत
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जामिया मिल्लिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की आंच सोमवार को मऊ तक पहुंच गयी. मऊ के दक्षिण टोला में प्रदर्शनकारियों ने नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन और आगजनी की. हालांकि पुलिस ने हालात संभाल लिए.

नागरिकता कानून के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद मऊ जिले में अघोषित कर्फ्यू लगा दिया गया है. विरोध प्रदर्शन के दौरान वाहनों को आग लगा दी गई और पुलिस पर पथराव किया गया. रिपोर्ट में कहा गया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े.

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पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने सोमवार शाम को कहा, "चूंकि प्रदर्शनकारियों को किसी भी जगह पर एकत्र होने की अनुमति नहीं दी जा रही है, इसलिए अब कोई समस्या नहीं है."

छात्र, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए विरोध कर रहे हैं.

जामिया हिंसा की आंच लखनऊ पहुंची

जामिया में हुई हिंसा की आंच सोमवार को लखनऊ तक भी पहुंच गयी. लखनऊ स्थित नदवतुल उलमा (नदवा कॉलेज) और इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में नाराज छात्रों ने प्रदर्शन किया. हालात के मद्देनजर दोनों संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गयी है.

नदवा के प्रवक्ता फैजान नगरामी के मुताबिक जामिया के एक छात्र की पुलिस कार्रवाई में मौत की अफवाह से नाराज छात्रों ने रविवार रात परिसर में हंगामा किया था. उस वक्त पुलिस ने उन्हें रोक दिया था. सुबह छात्रों ने फिर नदवा परिसर में नारेबाजी की. छात्र जबरन गेट खुलवाकर बाहर आ गए और सड़क पर प्रदर्शन किया. गेट के सामने लेट गए कुछ छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया.

हालात संभलने के बाद पुलिस महानिरीक्षक एसके भगत और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने नदवा के उप प्रधानाचार्य अब्दुल अजीज भटकली से बातचीत की. नदवा प्रशासन ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देखकर प्रदर्शनकारियों को चिह्नित किया जाएगा. हालात के मद्देनजर नदवा में आगामी पांच जनवरी तक छुट्टी का ऐलान कर दिया गया.

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