केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार का मंगलवार को बेंगलुरु में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. चामराजपेट श्मशान घाट पर पुजारियों के मंत्रोच्चारण के बीच कुमार के छोटे भाई नंद कुमार ने स्मार्त ब्राह्मण रीति-रिवाजों के अनुसार अंतिम संस्कार किया. पार्थिव शरीर के पंचतत्व में विलीन होने के दौरान “अमर रहे, अमर रहे, अनंत कुमार अमर रहे' के नारे हवा में गूंजते रहे.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा भी इस दौरान यहां मौजूद रहे. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, रवि शंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, महेश शर्मा, विजय गोयल और सदानंद गौड़ा भी मौजूद रहे.
बेंगलुरु दक्षिण सीट से सांसद 59 वर्षीय कुमार ने श्री शंकरा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केन्द्र में सोमवार तड़के अंतिम सांस ली थी.
कर्नाटक में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित
कर्नाटक सरकार ने केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार के निधन पर 14 नवंबर तक तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.
- कुमार का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा
- सरकारी अधिसूचना में कहा गया कि राजकीय शोक के दौरान कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होगा.
- सभी सरकारी भवनों के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा
- अनंत कुमार का जन्म 22 जुलाई 1959 को कर्नाटक के बेंगलुरु में हुआ था
- साल 1982 से 1985 तक वह कर्नाटक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सचिव रहे
- 1987-88 में वह कर्नाटक बीजेपी के सचिव बने
- 1988-95 तक वह कर्नाटक बीजेपी में महासचिव के पद पर रहे
- साल 1996 में उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता
- साल 1998 में वह दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीते
- मार्च 1998-अक्टूबर 1999 तक वह यूनियन कैबिनेट मिनिस्टर, सिविल एविएशन रहे
- साल 1999 में वह तीसरी बार सांसद चुने गए
- फरवरी 2000- सितंबर 2000 तक यूनियन कैबिनेट मिनिस्टर, टूरिज्म एंड कल्चर रहे
- 26 जून 2003 को कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बने
- साल 2004 में चौथी बार लोकसभा सांसद चुने गए
- नवंबर 2004 में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बनाए गए
- साल 2009 में पांचवी बार लोकसभा सांसद चुने गए
- साल 2014 में छठवीं बार लोकसभा सांसद चुने गए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेताओं ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री और अपनी कैबिनेट के साथी अनंत कुमार के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, ‘अनंत कुमार एक बेहतरीन नेता थे जो अपने युवा काल में ही सार्वजनिक जीवन में उतर आए थे. उन्होंने पूरी निष्ठा और लगन के साथ समाज की सेवा की. उन्हें उनके अच्छे कार्यों के कारण हमेशा याद किया जाएगा.’
केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया.
यकीन नहीं हो रहा. मेरे दोस्त, मेरे भाई अनंत कुमार नहीं रहे.
मोदी सरकार में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शोक जताते हुए लिखा, 'अनंत कुमार के निधन की खबर सुनकर बेहद दुख हुआ. उन्होंने बीजेपी की लंबे अरसे तक सेवा की. बेंगलुरु उनके दिल और दिमाग में हमेशा रहा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को साहस दे.'
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लिखा, 'केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ सांसद अनंत कुमार के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. एक नेता के रूप में यह बड़ी क्षति है और खासतौर से कर्नाटक के लोगों के लिए एक बड़ी त्रासदी. मेरी उनके परिवार, साथियों और उनसे जुड़े अनगिनत लोगों के साथ संवेदनाएं हैं.’
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा, ‘अनंत कुमार के निधन की खबर सुनकर सदमा लगा. बेहद दुख हुआ कि हमारे वरिष्ठ साथी अनंत कुमार जी अब हमारे साथ नहीं रहे. वे एक अनुभवी सांसद थे. उन्होंने कई क्षमताओं में देश की सेवा की. लोगों का कल्याण करने का उनका जज्बा और निष्ठा सराहनीय रहा. उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.’
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