मोटर व्हीकल एक्ट इन दिनों काफी चर्चा में है. ट्रैफिक पुलिस नियम तोड़ने वालों से लगातार हजारों रुपये के चालान वसूल रही है. लेकिन अब इस एक्ट के तहत वीआईपी गाड़ियों को अनदेखा करने का ताजा मामला बिहार से आया है. जहां केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे की कार को बिना पेपर चेक किए जाने दिया गया. इस मामले के सामने आने पर अब आनन-फानन में कार्रवाई की गई है. जिसके तहत तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
काले शीशे लगे फिर भी बच गए
देशभर के कई राज्यों सहित बिहार में भी मोटर व्हीकल एक्ट लागू हो चुका है. इसके तहत पुलिस हर चौराहे पर मुस्तैद है. बिहार पुलिस को निर्देश थे कि वो किसी भी काले शीशे लगी गाड़ी को रोककर उसकी जांच करेंगे. केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत चौबे की गाड़ी पर भी काले शीशे चढ़े थे. जिसे देखते हुए पुलिस ने उनकी गाड़ी को रुकने के लिए हाथ दिया. गाड़ी रुकी भी लेकिन पुलिस ने बिना चेक किए उनकी गाड़ी को जाने दिया.
पुलिस आयुक्त को इस बात की सूचना मिलते ही मौके पर तैनात एक सब इंस्पेक्टर और दो कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया. तीनों पर आरोप है कि उन्होंने मंत्री के बेटे की कार होने के चलते कार के पेपर चेक नहीं किए.
सांसद के बेटे ने भरा चालान
बिहार से ही एक और हाई प्रोफाइल चालान का मामला सामने आया है. यहां भी गाड़ी पर काले शीशे चढ़े थे. पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के सांसद रामकृपाल यादव के बेटे अभिमन्यु यादव अपनी कार से जा रहे थे, तभी काले शीशे देख पुलिस ने गाड़ी को रोक लिया. जिसके बाद पुलिस ने देखा कि उन्होंने सीट बेल्ट भी नहीं लगा रखी है. ये देख पुलिस ने तुरंत चालान काटकर उनके हाथ में थमा दिया. जिसके बाद सांसद के बेटे ने इसे स्वीकार किया और वहां से चले गए.
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