केंद्र सरकार की तरफ से एग्रीकल्चर को लेकर लाए गए तीन अध्यादेशों और उसके बाद उसपर बिल लाने का मामला काफी गरमाता जा रहा है. किसानों के देशव्यापी प्रदर्शन के बाद अब बीजेपी की सहयोगी पार्टी अकाली दल की सांसद और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट से अपना इस्तीफा दे दिया है. शिरोमणि अकाली दल ने इन तीनों कृषि अध्यादेशों का खुलकर विरोध किया है. हालांकि पार्टी एनडीए को अपना समर्थन जारी रखेगी.
हरसिमरत कौर के इस्तीफे को लेकर अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने लोकसभा में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि पंजाब में खेती की काफी अहमियत है. पंजाब की सरकारों ने पिछले 50 साल में खेती का इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने में लगाया.
उन्होंने कहा कि हम एनडीए के साथी हैं, इसीलिए हमने पिछले दो महीने में कई बार इस मुद्दे को उठाया. हमने हर फोरम पर इसे उठाया, लेकिन बिल लाया गया. इसीलिए हमने फैसला लिया कि हम किसानों के खिलाफ जो बिल है, हम उसके साथ नहीं खड़े हो सकते हैं.
बादल ने बताया कि इस बिल से 20 लाख से ज्यादा किसानों पर असर पड़ेगा, 3 लाख से ज्यादा मंडी मजदूरों पर असर पड़ेगा और 20 लाख खेती मजदूरों पर इस बिल का असर पड़ने वाला है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)