उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दो लड़कियों की संदिग्ध मौत के बाद कई सवाल उठे. ट्विटर पर लोगों ने यूपी में बीजेपी की सरकार के दौरान महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बी सवाल उठाए, लेकिन अब इस मामले को लेकर ट्वीट करने पर 8 ट्विटर हैंडल्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. आरोप है कि इन ट्विटर यूजर्स ने उन्नाव की घटना को लेकर फेक न्यूज फैलाने का काम किया. इन ट्विटर हैंडल्स में से एक नाम मोजो स्टोरी का भी है, जिसे सीनयर जर्नलिस्ट बरखा दत्त हेड करती हैं. बरखा दत्त ने इस एफआईआर को लेकर प्रतिक्रिया भी दी है.
किन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ है मामला
मोजो स्टोरी के अलावा जिन 7 ट्विटर हैंडल के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है उनमें- जनजागरण लाइव, आजाद समाज पार्टी के प्रवक्ता सूरज कुमार बौद्ध, निलिम दत्ता, विजय अंबेडकर, अभय कुमार आजाद, राहुल दिवाकर और नवाप सतपाल तंवर का नाम शामिल है. इन सभी के खिलाफ उन्नाव के सदर कोतवाली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर किया गया है.
इस एफआईआर को लेकर यूपी पुलिस की तरफ से बताया गया कि इन लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्नाव की घटना को लेकर गलत और भ्रामक जानकारी फैलाने की कोशिश की. जिसके बाद इनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
इन 8 ट्विटर हैंडल के अलावा कांग्रेस नेता उदित राज के खिलाफ भी इसी मामले को लेकर एफआईआर दर्ज हुई है. यूपी पुलिस का कहना है कि उदित राज ने भी अपने ट्वीट के जरिए गलत और भ्रामक जानकारी फैलाने का काम किया.
बरखा दत्त बोलीं- हम चुप नहीं रहेंगे
सीनियर जर्नलिस्ट बरखा दत्त ने उनके पोर्टल के खिलाफ दर्ज एफआईआर को लेकर कहा कि,
“यूपी पुलिस ने उन्नाव में हुई हत्याओं को लेकर मोजो स्टोरी के खिलाफ FIR दर्ज की है, ये प्रेस का मुंह बंद करने की कोशिश है. हाथरस में आपने मीडिया के लिए बैरिकेडिंग कर दी, यहां आप हमने परिवार से बातचीत के आधार पर जो रिपोर्टिंग की, उसके लिए एफआईआर कर रहे हो, लेकिन हम चुप नहीं रहेंगे.”
बरखा दत्त ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि, "हमने पत्रकारिता के सिद्धांतो के मुताबिक रिपोर्टिंग की और हर पक्ष के लोगों की बात रखी. लेकिन इसके बावजूद एफआईआर दर्ज की गई. मैं कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं."
उनके अलावा आजाद समाज पार्टी के प्रवक्ता सूरज कुमार बौद्ध ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि, उनके ट्वीट से कोई खतरा नहीं है. उन्होंने लिखा, "योगी जी, हमारे ट्वीट से किसी को खतरा नहीं है. हम पर FIR करना फालतू काम है. रजत शर्मा ने फेक न्यूज फैलाई कि रामदेव के कोरोनिल को WHO से मान्यता मिल गई है. ये इससे बहुतों की जान जा सकती थी. क्या आपकी पुलिस ने रजत शर्मा पर FIR दर्ज की?"
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