उत्तर प्रदेश के उन्नाव में खेत से तीन नाबालिग लड़कियों के संदिग्ध हालत में मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. तीन में से दो लड़कियों की मौत हो गई है और एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में भारी पुलिस की तैनाती की गई है.
दरअसल, लड़की के परिवार के कुछ लोग पुलिस थाने में हैं, जिनसे पुलिस मामले की पूछताछ कर रही है. लड़की के परिवारवालों को थाने में रखने को लेकर आसपास के ग्रामीण और राजनीतिक दल के लोग विरोध कर रहे हैं.
विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि परिवार वालों को पुलिस परेशान न करे. इसे देखते हुए थाने और गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है.
लड़की की हालत बिगड़ी, वेंटिलेटर पर किया गया शिफ्ट
गंभीर हालत में भर्ती नाबालिग को सुबह करीब चार बजे अचानक सांस लेने में दिक्कत होने से उसकी हालत बिगड़ गई है. हालत में सुधार न होने पर उसे वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा है. डाक्टरों का कहना है कि पीड़िता की हालत में सुधार नहीं हो रहा है.
दरअसल, बुधवार को लगभग दोपहर 3 बजे के करीब तीनों लड़कियां बबुरहा नाला के पास खेत में पशुओं के लिए चारा लेने गई थी, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटीं, जिसके बाद परिवार वालों ने तीनों लड़कियों को खोजना शुरू किया. आखिर में तीनों लड़कियां खेत में मिलीं, तीनों किशोरियों को परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र असोहा ले गए, जहां पर डॉक्टरों ने दो को मृत घोषित कर दिया.
उन्नाव के एसपी आनन्द कुलकर्णी ने बताया, “असोहा थाना क्षेत्र में 3 लड़कियां अपने ही खेत में बेहोशी के हालात में मिली थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल भेजा गया था. इसमें से दो की मौत हो गई थी, एक को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया है. पहली नजर में यही बात सामने आई है कि घास काटने के लिए गई थीं, घटनास्थल पर काफी सारा झाड़ पड़ा था. डॉक्टर ने द्वारा प्रथम दृष्ट्या प्वाइजन सिम्पटम्स बताए गए हैं. फिलहाल, घटनास्थल पर मौजूद लोगों के बयान दर्ज कर गहराई से जांच की जा रही है. जांच के लिए 6 टीमें गठित की गई हैं.”
4 डॉक्टरों का पैनल करेगा पोस्टमार्टम
जिन दो नाबालिग लड़कियों की मौत हुई है, उनके शव मॉर्चरी में रखे गए हैं. चार डॉक्टरों का एक पैनल दोनों नाबालिग लड़कियों का पोस्टमार्टम करेंगे. इस दौरान वीडियोग्राफी भी की जाएगी. फिलहाल मॉर्चरी हाउस पर भारी फोर्स की तैनाती की गई है. वहीं, पुलिस का कहना है कि मृतक लड़कियों के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं. हालांकि, बाकी चीजें पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही सामने आएंगी.
दिल्ली के एम्स शिफ्ट करने की मांग
लड़कियों की मौत पर अब विपक्षी पार्टियां सरकार पर सवाल उठा रही हैं. प्रियंका गांधी ने कहा,
“उन्नाव की घटना दिल दहला देने वाली है. लड़कियों के परिवार की बात सुनना और तीसरी बच्ची को तुरंत अच्छा इलाज मिलना जांच - पड़ताल और न्याय की प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है. खबरों के अनुसार पीड़ित परिवार को नजरबंद कर दिया गया है. यह न्याय के कार्य में बाधा डालने वाला काम है. आखिर परिवार को नजरबंद करके सरकार को क्या हासिल होगा. यूपी सरकार से निवेदन है कि परिवार की पूरी बात सुने और त्वरित प्रभाव से तीसरी बच्ची को इलाज के लिए दिल्ली शिफ्ट किया जाए.”
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है, साथ ही लड़की को एयर एंबुलेंस से AIIMS शिफ्ट करने की मांग उठाई है.
“यूपी के उन्नाव की घटना बहुत भयावह है. दो दलित बच्चियों की लाश मिली है. एक जख्मी है. बच्ची को तत्काल एयर एंबुलेंस से AIIMS, दिल्ली लाया जाए. हम अब किसी भी कीमत पर सरकार को हाथरस नही दोहराने देंगे. हमारी टीम मौके पर जा रही है. बहनों की सुरक्षा और सम्मान से कोई समझौता नहीं.”चंद्रशेखर आजाद, भीम आर्मी चीफ
वहीं, विरोध प्रदर्शन को देखते हुए गांव में आने-जाने के रास्तों पर पुलिस ने बैरियर लगा दिए हैं. मामले की जांच के लिए 4 सीओ, 9 थानेदारों, क्राइम ब्रांच में तैनात 3 इंस्पेक्टर को लगाया गया है. यही नहीं, जनपद के 9 थानों से 19 दरोगाओं को भी तैनात किया गया.
इसके अलावा गांव के लोगों की नारजगी को देखते हुए गांव में 70 मुख्य आरक्षी, 30 सिपाहियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है. साथ ही टियर गैस गोले से लैस पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं.
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