उन्नाव रेप पीड़िता के मामले पर आज सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई होगी. सुप्रीम कोर्ट पीड़ित परिवार की उस चिट्ठी पर सुनवाई करने जा रहा है, जिसमें परिवार ने मदद की गुहार लगाई थी. पीड़ित परिवार ने सुप्रीम कोर्ट को सड़क हादसे से कुछ दिन पहले यह चिट्ठी लिखी थी. लेकिन चिट्ठी को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई तक नहीं पहुंचाया गया. गोगोई ने इस पर खुली अदालत में नाराजगी भी जताई थी.
सीजेआई गोगोई ने उन्नाव रेप पीड़िता की चिट्ठी का जिक्र करते हुए कोर्ट में कहा कि मुझे इसके बारे में अब पता चल रहा है.
सीजेआई गोगोई ने अब इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री डिपार्टमेंट से एक हफ्ते में रिपोर्ट तलब की है. सीजेआई ने जवाब मांगा है कि पीड़ित परिवार की तरफ से 12 जुलाई के लिखे गए लेटर को मेरे सामने पेश करने में देर क्यों हुई? सीजेआई ने इस दौरा कहा कि ‘इस विनाशकारी माहौल में कुछ रचनात्मक करने की कोशिश करेंगे’
सरकार को मिल सकते हैं निर्देश
सुप्रीम कोर्ट में उन्नाव मामले की सुनवाई इसलिए भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि आरोप सत्ता पक्ष के एक विधायक पर है. पीड़ित परिवार लगातार आरोप लगाता आया है कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. वहीं बाहुबली विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का रसूख इतना है कि कोई सामने आकर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट का डंडा चल सकता है. सुप्रीम कोर्ट केंद्र और राज्य सरकार को इस मामले में फटकार लगा सकता है. साथ ही पीड़ित परिवार को सुरक्षा को लेकर बड़ी राहत मिल सकती है.
सीबीआई ने शुरू की जांच
इस केस को लोकल पुलिस से अब सीबीआई को सौंप दिया गया है. जिसके बाद सीबीआई ने हरकत में आते हुए सबसे पहले आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के अलावा कई लोगों पर केस दर्ज किया है. बताया जा रहा है कि 25 से ज्यादा लोगों पर अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया गया है. इसके बाद सीबीआई की एक टीम रायबरेली भी पहुंची. जहां घटनास्थल पर टीम ने उस ट्रक की जांच की, जिसने रेप पीड़िता की कार को टक्कर मारी थी. इस दौरान यूपी पुलिस के कई आला अधिकारी भी वहां मौजूद थे.
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