मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया है. इस मुठभेड़ को लेकर राजनीतिक दल तो सवाल उठा रहे हैं, लेकिन यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी ने भी इसपर सवाल उठाए हैं. उत्तर प्रदेश सिविल डिफेंस के आईजी अमिताभ ठाकुर ने विकास के एनकाउंटर पर एक फेसबुक पोस्ट में कहा है कि अब विकास तो मारा गया लेकिन जिन लोगों की वजह से 8 पुलिस वालों की हत्या हुई है उनपर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने कहा-
"8 पुलिस वालों के हत्या से हम सब कष्ट में थे, लेकिन उसके बाद जो भी बातें सामने आईं उस पर हमें खास तौर पर ध्यान देने की जरूरत है. हत्या के बाद ये बातें सामने आई कि थाने के ही कुछ लोग इसमें शामिल थे, ये भी बात सामने आई कि एक बड़े अधिकारी की उस अपराधी (विकास दुबे) के मुख्य खजांची (जय वाजपेयी) से बहुत अच्छे रिश्ते हैं, इसके अलावा और बड़े-बड़े अफसरों के रिश्ते की बात सामने आई. राजनीतिक लोगों के निकट संबंधों की बात सामने आई, मुझे लगता है अब जब विकास मर चुका है इसके बाद इन सभी बिंदुओं पर गहन चिंतन की जरूरत है."अमिताभ ठाकुर, यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी
अमिताभ ठाकुर ने ये भी कहा कि 'हम लोगों के लिए सिर्फ विकास के मामले में कार्रवाई हो ये जरूरी नहीं था, साथ-साथ समाज, देश और पुलिस डिपार्टमेंट के लिए जरूरी है कि हमारे अंदर जो ऐसे लोग हैं, जो गलत कर रहे हैं, जो समाज में सफेदपोश बनकर रह रहे हैं, उनपर सख्त से सख्त एक्शन लिया जाए.'
बता दें कि अमिताभ ठाकुर ने एनकाउंटर से एक दिन पहले भी एक फेसबुक पोस्ट किया था, जिसमें लिखा था कि - "विकास दूबे का सरेंडर हो गया. हो सकता है कल वह UP पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश करे, मारा जाये. इस तरह विकास दुबे चैप्टर क्लोज हो जायेगा, किन्तु मेरी निगाह में असल जरूरत इस कांड से सामने आई UP पुलिस के अन्दर की गंदगी को ईमानदारी से देखते हुए उसपर निष्पक्ष/कठोर कार्यवाई करना है."
पुलिस के मुताबिक ऐसे हुआ एनकाउंटर
बता दें कि कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी विकास दुबे को एक एनकाउंटर में मार दिया गया है. यूपी एसटीएफ के मुताबिक जब उसकी टीम उसे उज्जैन से कानपुर ला रही थी तो बीच में कार का एक्सीडेंट हुआ और उसके बाद विकास दुबे ने हथियार छीन कर भागने की कोशिश. उसने पुलिस पर फायरिंग की जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में वो मारा गया. इस एनकाउंटर पर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं. कहा जा रहा है कि कुछ लोगों को बचाने के लिए विकास को मारा गया है.
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