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कानपुर में मुस्लिम शख्स की पिटाई करने वाले तीनों आरोपी 24 घंटे में हुए रिहा

मुस्लिम शख्स की पिटाई मामले में तीन आरोपियों के रिहा होने के बाद पुलिस ने तीन और लोगों को किया गिरफ्तार

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कानपुर में जिन लोगों को मुस्लिम शख्स की सरेआम पिटाई करने और जय श्रीराम के नारे लगवाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, उन्हें एक ही दिन में रिहा कर दिया गया है. पुलिस का कहना है कि लोकल कोर्ट ने तीनों गिरफ्तार आरोपियों को जमानत दे दी है. जिसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया. हालांकि पुलिस ने बताया है कि तीन आरोपियों के रिहा होने के बाद अब तीन अन्य लोगों को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है.

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गिरफ्तारी के 24 घंटे से पहले ही हुए रिहा

बता दें कि एक दिन पहले 12 अगस्त को एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोग एक मुस्लिम शख्स की सड़क पर पिटाई कर रहे हैं और जय श्रीराम के नारे लगाए जा रहे हैं. जब इस शख्स की पिटाई हो रही है तो उसकी पांच साल की बच्ची पिता को बचाने के लिए उससे लिपटकर रोती हुई दिख रही है.

सोशल मीडिया पर इस पूरे मामले को लेकर लोगों ने गुस्सा जाहिर किया और इसकी जमकर आलोचना हुई. इसके बाद पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज किया और कार्रवाई की बात कही. तीन लोगों को इस मामले में 12 अगस्त की शाम गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन 24 घंटे पूरे होने से पहले ही उन्हें अब रिहा कर दिया गया है.

पुलिस की मौजूदगी में भी मारे थप्पड़

दरअसल एक मामूली झगड़े को लेकर पुलिस में एफआईआर दर्ज हुई थी, दोनों पड़ोसियों ने एक दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराया था. लेकिन इस मामले में बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ता आ गए, जिन्होंने इलाके में प्रदर्शन किया और मामले में दूसरे पक्ष मुस्लिम परिवार के अफसार अहमद को पकड़ लिया. रिक्शा चलाने वाले अफसार को इन लोगों ने पुरी तरह पीटा और उसका जुलूस निकाला. उसकी बच्ची के सामने ही उसे ये लोग पीट रहे थे, बच्ची पिता को पिटता देख चिल्ला रही थी, लेकिन ये लोग फिर भी नहीं रुके.

इसके बाद जब पुलिस को मामले की जानकारी मिलती है तो अफसार को बचाने के लिए कुछ पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचते हैं. लेकिन पुलिस की मौजूदगी में ही कुछ लोग पीछे से अफसार को पीटते हुए भी नजर आए.

जब तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो देर रात बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. उन्होंने पुलिस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया और तीनों आरोपियों को रिहा करने की मांग की थी.

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