उत्तर प्रदेश में राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने तीन-स्तरीय पंचायत के 8.88 लाख से अधिक पदों के लिए होने वाले चुनावों की तैयारी शुरू कर दी हैं. दुनिया के सबसे बड़े मतदान के रूप में लोकप्रिय ये मतदान लगभग 59,000 ग्राम प्रधानों और गांव, ब्लॉक और जिला स्तर की समितियों के शेष सदस्यों के चुनाव का गवाह बनेगा.
मार्च में हो सकते हैं पंचायत चुनाव
अप्रैल में माध्यमिक बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने के कारण उससे पहले, मार्च में पंचायत चुनाव कराए जाने की संभावना है.
एसईसी के आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, ईवीएम का उपयोग करने पर लगभग 1,500 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि बैलट पेपर के उपयोग पर लगभग 45 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
प्रवक्ता ने कहा कि , उम्मीदवारों और चुनाव-चिह्नों की बड़ी संख्या को देखते हुए ईवीएम को उसके लिए तैयार करना होगा.
अप्रैल में माध्यमिक बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने के कारण उससे पहले, मार्च में पंचायत चुनाव कराए जाने की संभावना है.
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