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प्रतापगढ़: DL नहीं होने पर छात्र की पुलिस लॉकअप में पिटाई का आरोप, हालत गंभीर

छात्र दानिश की हालत गंभीर बनी हुई है. प्रयागराज के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

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भारत
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में एक युवक की कस्टडी में पिटाई का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिले के देल्हूपुर क्षेत्र के रहने वाले 19 साल के पॉलिटेक्निक के छात्र मोहम्मद दानिश उर्फ कैफ को पुलिस ने कथित तौर पर हवालात में बर्बरता से पीटा, जिसके बाद से उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. प्रयागराज के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

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छात्र दानिश की हालत गंभीर बनी हुई है. प्रयागराज के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

प्रयागराज के एक अस्पताल में दानिश के चल रहे इलाज की स्लिप

(फोटो- क्विंट हिंदी)

क्या है पूरा मामला?

आरोप है कि मोहम्मद दानिश उर्फ कैफ की पुलिस ने 10 मई की शाम लगभग 6 बजे पिटाई की, जब दानिश छितपालगढ़ बाजार से अपने घर पुरैला जा रहा था. मोटरसाइकिल से जा रहे दानिश को पुलिसकर्मियों ने चेकिंग के नाम पर रोका था.

दानिश के घरवालों का आरोप है कि ड्राइविंग लाइसेंस ना दिखाने पर पुलिसवालों ने पहले गंदी गालियां दी और फिर दानिश को थाने में ले जाकर मारा-पीटा और करंट के शॉट भी लगाए.

पीड़ित के बड़े भाई मोहम्मद मोहसिन की तहरीर पर उप निरीक्षक रामानुज यादव सहित दो अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 504 और 308 के तहत देल्हूपुर थाना में एक मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

छात्र दानिश की हालत गंभीर बनी हुई है. प्रयागराज के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.

क्विंट हिंदी से बात करते हुए दानिश के बड़े भाई मोहसिन ने कहा कि पुलिसवाले पहले मेरे भाई को छितपालगढ़ बाजार में पुलिस चौकी पर ले गए और वहां मारा. उसके बाद देल्हूपुर थाना ले गए, जहां मेरे उसको 1 घंटे तक मारा गया.

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जब हमें इस घटना के बारे में पता चला और थाने पहुंचे, तो मेरे भाई को लॉकअप में बंद कर मारा जा रहा था. पुलिस वालों ने शुरुआत में जानकारी देने से मना कर दिया लेकिन फिर मेरे भाई की तेज आवाज आने लगी. उसके बाद पुलिस वालों ने उसे लॉकअप से बाहर निकाला और बोला कि उसे मिर्गी के दौरे आ रहे हैं.
मोहसिन, दानिश के बड़े भाई

उन्होंने आगे बताया कि मैंने पुलिसवालों से कहा कि मेरे भाई को जिंदगी में कभी मिर्गी का दौरा नहीं आया, तो फिर आज पहली बार कैसे आ गया?

घरवालों का आरोप है दानिश के चेहरे, सिर और सीने पर चोट के कई निशान हैं, जो पुलिस की बर्बरता बयां कर रहे हैं.

दानिश को आनन-फानन में घरवाले एक स्थानीय अस्पताल लेकर गए, जहां पर उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रयागराज रेफर कर दिया गया.

इसके अलावा पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी साझा करते हुए लिखा कि प्रकरण को संज्ञान में लेकर उक्त पुलिसकर्मी के विरुद्ध थाना देल्हूपुर में अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है. विभागीय कार्यवाही हेतु प्रक्रिया प्रचलित है.

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