यूपी पुलिस के दरोगा विजय प्रताप अपने ट्रांसफर से इतना नाराज हो गए कि उन्होंने पुलिस लाइन से पुलिस स्टेशन तक दौड़कर ड्यूटी ज्वॉइन करने की ठान ली. लेकिन मंजिल पर पहुंचने से पहले रास्ते में ही विजय प्रताप बेहोश होकर गिर गए. इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया.
दरोगा विजय प्रताप को सड़क पर भागते देख लोग सकते में पड़ गए. किसी को लगा कि दरोगा साहब को सजा मिली है, तो किसी ने सोचा कि वह चोर का पीछा कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
विजय प्रताप यूपी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं. फिलहाल, वह इटावा जिले की पुलिस लाइन में तैनात थे. शुक्रवार को पुलिस लाइन के आरआई ने उनका ट्रांसफर बिठौली थाने में कर दिया. विजय प्रताप अपने ट्रांसफर से इस कदर नाराज हुए कि उन्होंने इटावा पुलिस लाइन से 60 किमी दूर बिठौली थाने तक दौड़कर ड्यूटी ज्वॉइन करने की ठान ली. लेकिन करीब 40 किमी की दूरी तय करने के बाद वह चकरनगर के हनुमंतपुरा के पास बेहोश हो गए.
ग्राणीणों ने दरोगा विजय प्रताप को उठाकर चारपाई पर लिटाया और फिर एंबुलेंस को कॉल किया.
'RI ने मनमाने ढंग से मेरा ट्रांसफर किया'
दारोगा विजय प्रताप का कहना है कि पुलिस लाइन के आरआई (पुलिस के रिजर्व इंस्पेक्टर) ने मनमाने ढंग से बिठौली थाने में उनका ट्रांसफर किया. इसी नाराजगी को जताने के लिए उन्होंने 60 किमी दूर स्थित बिठौली थाने तक दौड़ लगाने की ठानी.
विजय प्रताप ने कहा, "मेरा आरआई की तानाशाही की वजह ट्रांसफर किया गया. आप इसे मेरा गुस्सा समझें या नाखुशी कहें लेकिन मैं दौड़कर बिठौली जाऊंगा.”
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)