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कोरोना से संक्रमित ट्रंप कई बार उड़ा चुके हैं महामारी का मजाक

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है.

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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी कोरोना से संक्रमित हो गए. अमेरिका भले ही कोरोना से सबसे संक्रमित देश रहा हो और ट्रंप के लिए हालात संभालना मुश्किल रहा हो, लेकिन ट्रंप ने हमेशा ही कोरोना को हल्के में लिया और कई मौकों पर इस बीमारी का मजाक बनाया, जिस बीमारी ने अमेरिका जैसे पावरफुल देश को तोड़कर रख दिया वो बीमारी ट्रंप के लिए हमेशा मजाक की तरह रही, यहां तक कि वो हमेशा मास्क के बिना भी दिखे.

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जो बाइडेन के मास्क पहनने का उड़ाया था मजाक

कुछ दिन पहले ही प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक पार्टी के अपने प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के मास्क पहनने के तरीके पर उनका मजाक उड़ाया था. ट्रंप ने जो बाइडेन के बारे में कह कि क्या आपने कभी ऐसा इंसान देखा है जिसे मास्क अपने जितना ही पसंद हो?

ट्रंप ने मास्क पहनकर शेयर की थी तस्वीर

COVID-19 संकट के बीच कुछ दिन पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर मास्क के साथ अपनी एक तस्वीर शेयर की था. ट्रंप ने अपने ट्वीट में लिखा था,

‘’अदृश्य चीनी वायरस को हराने की कोशिश में हम एकजुट हैं, और कई लोग कहते हैं कि जब आप सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बना सकते हैं तो फेस मास्क पहनना देशभक्ति है. मुझसे यानी आपके पसंदीदा राष्ट्रपति से ज्यादा देशभक्त कोई नहीं है!’’

हालांकि इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह मास्क नहीं पहनेंगे और उन्होंने ऐसा करने के लिए अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदी जो बाइडेन का मजाक भी उड़ाया था.

मास्क को लेकर ट्रंप अक्सर अजीबो-गरीब बयान देते रहे- एक बार ट्रंप ने कहा था कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अमेरिकियों को मास्क पहनने का आदेश नहीं देंगे. इससे पीछे उन्होंने दलील दी थी कि लोगों को कुछ आजादी है.

ट्रंप ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था- ‘‘मैं इस बयान से सहमत नहीं कि अगर सब मास्क पहनें तो सब कुछ गायब हो जाएगा.’’

अब खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है.

कोरोना वायरस अमेरिकी राष्ट्रपति आए दिन अजब-गजब नुस्खे देते रहे हैं. कोरोना को खत्म करने के लिए कभी ट्रंप अल्ट्रावायलेट किरणों को बॉडी के अंदर डालकर इस्तेमाल की सलाह देते हैं, तो कभी कीटाणुनाशकों को शरीर में इंजेक्ट कर कोरोना वायरस के इलाज पर रिसर्च करने की सलाह.

23 अप्रैल को राष्ट्रपति की प्रेस कान्फ्रेंस में कोरोना वायरस टास्क फोर्स ने एक प्रेजेंटेशन देकर इस बात की जानकारी दी कि कोविड-19 सूरज की रोशनी में सिर्फ दो मिनट ही जिंदा रह पाता है. अमेरिका में होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के टेक्नोलॉजी डायरेक्टोरेट के प्रमुख बिल ब्रायन ने अपने प्रेजेंटेशन में कहा कि आइसोप्रोपिल एल्कोहल इस वायरस को और तेजी से खत्म कर सकता है. ब्लीच और आइसोप्रोपिल एल्कोहल से कोरोना वायरस पांच मिनट में मर जाता है और एल्कोहल से 30 सेकेंड में ही इसकी मौत हो जाती है.

फिर क्या था प्रेजेंटेशन पर उत्साहित होकर ट्रंप ने बिल ब्रायन को देखते हुए कह दिया कि इस मामले में और रिसर्च हो सकती है. ट्रंप यहीं नहीं रुके, उन्होंने ब्रायन से कहा,

“तो मान लीजिए हम शरीर पर कोई अल्ट्रावॉयलेट या बहुत शक्तिशाली किरण डालते हैं और मैं समझता हूं कि आप ने ये कहा है कि इसकी अभी जांच नहीं हुई है. लेकिन काफी दिलचस्प लग रहा है ये.
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सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह नहीं करते ट्रंप

ट्रंप ने अक्सर सोशल डिस्टेसिंग की परवाह नहीं की. यहीं नहीं अजीबोगरीब बयान भी देते रहे हैं. ट्रंप ने एक बार कहा था कि सिर्फ ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोनावायरस होता है. जिन्हें हृदय की बीमारी और भी कई बीमारियां होती हैं. यही लोग हैं जिन्हें ये वायरस वास्तव में नुकसान पहुंचाता है.

सीएसएसई के मुताबिक अमेरिका संक्रमण से दुनिया का सबसे अधिक प्रभावित देश है, यहां संक्रमण के 7,277,352 मामले हैं और 207,791 मौत दर्ज की गई हैं.

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