उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बहराइच से नवनिर्वाचित दलित प्रधान की हत्या के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पीड़ित परिवार धरने पर है. मृतक प्रधान के परिवार के लोग बहराइच के कलेक्टर के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे हैं. अब इस मामले पर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने आवाज उठाई है. मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि सरकार इस मामले पर खामोश है और ये बहुत दुखद है.
मायावती ने कहा,
बहराइच में सामान्य सीट से नवनिर्वाचित दलित प्रधान की हत्या के नामित लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उनके परिवार के लोग जिला कलेक्ट्रेट के सामने लगातार धरने पर बैठ रहे हैं लेकिन यूपी सरकार खामोश है, यह अति-दुःखद.
दरअसल, बहराइच के थाना जरवल के करनई गांव में 17 जून को प्रधान राम मनोरथ को घर में सोते समय कुछ लोगों ने हमला किया था. घटना के बाद घायल प्रधान को बहराइच के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, हालात नाजुक होने पर डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर किया था. इलाज के दौरान ही प्रधान की मौत हो गई.
मृतक के बेटे ने आरोप लगाया है कि उसके पिता पर चुनावी रंजिश की वजह से हमला हुआ था. जिसमें उनकी जान चली गई.
मृतक के बेटे ने पुलिस पर भी लगाए आरोप
मृतक के बेटे का कहना है,
40 दिन से ज्यादा हो गया है, लेकिन अपराधी अबतक गिरफ्तार नहीं हुए. हम लोग इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे हैं. हमें इंसाफ चाहिए. पुलिस भी हमें प्रताड़ित कर रही है.
अब मृतक ग्राम प्रधान राम मनोरथ का बेटा और उसका परिवार कई दिनों से धरने पर बैठा है. परिवार की मांग है कि हत्या में नामजद आरोपी पर एससी/एसटी की धारा भी लगाी जाए और उसकी जल्द गिरफ्तारी हो.
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