उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के औरैया जिले में आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक 45 साल के किसान ने कथित तौर पर एक पेड़ से फांसी लगा ली. परिवार का कहना है कि सुखराम भदौरिया ने बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए पिछले साल 50,000 रुपये का लोन लिया था, पैसे न चुका पाने की वजह से बैंक से नोटिस आया था, जिसके बाद सुखराम ने कथित तौर पर एक पेड़ से फांसी लगा ली, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
पुलिस ने मृतक के शरीर को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही पुलिस ने मौत की जांच शुरू कर दी है. एसएचओ (अछलदा पुलिस स्टेशन) तारिक खान के हवाले से अंग्रेजी अखबरा द इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है-
“सुखराम भदौरिया बुधवार को अपने खेत में जाने के लिए घर से निकले थे, लेकिन कुछ घंटों बाद नीम के पेड़ से उन्हें लटका पाया गया. शव को कुछ स्थानीय लोगों ने देखा, जिन्होंने परिवार को खबर किया. हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. उसके परिवार के सदस्यों का दावा है कि उसने अपनी जान इसलिए दे दी क्योंकि उस पर अपना कर्ज चुकाने का जबरदस्त दबाव था.”
परिवार का कहना है कि सुखराम को सोमवार को रिकवरी नोटिस दिया गया था, और गुरुवार को उसने अपनी जान दे दी. फिलहाल पुलिस का कहना है कि वो पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामले में प्राथमिकी दर्ज करेगी, हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है.
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