उत्तर प्रदेश पुलिस ने बीजेपी नेता संजीव गुप्ता के बेटे सचिन गुप्ता के खिलाफ 35 करोड़ लागत की डुप्लीकेट NCERT किताबें छापने के आरोप में FIR दर्ज की है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में अब तक पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, सचिन गुप्ता अभी फरार है.
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के सब-इंस्पेक्टर संजय सोलंकी ने सचिन और पांच अन्य लोगों के खिलाफ परतापुर पुलिस स्टेशन में एक केस और दर्ज किया है.
डुप्लीकेट किताबें छापने के इस घोटाले का पर्दाफाश उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्पेशल टास्क फोर्स ने किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, STF DSP बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि सचिन गुप्ता परतापुर के अच्छोंदा में एक वेयरहाउस और मोहकमपुर में एक प्रिंटिंग प्रेस का मालिक है.
अभी वो फरार है और उसे गिरफ्तार करने की कोशिश जारी है. छापों के बाद पुलिस अफसरों ने सचिन से फोन पर बात की थी और उसने कहा था कि वो किताबों के कागजों के साथ पहुंच रहा है. लेकिन वो आया नहीं और मोबाइल भी बंद कर लिया.STF DSP बृजेश कुमार सिंह
अभी तक जांच में क्या मिला?
जांच में अब तक सामने आया है कि डुप्लीकेट किताबें प्रिंट होकर यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली समेत 7 राज्यों में सप्लाई की जाती थीं. फेक NCERT किताबें 364 तरह की थीं और इनमें क्लास 9 से 12 तक की फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स की किताबें शामिल हैं.
रिपोर्ट में बताया गया कि सचिन गुप्ता पहले भी यूपी बोर्ड की नकली किताबें प्रिंट करने में शामिल रहा है. हालांकि, रिपोर्ट में ये नहीं बताया गया कि इस मामले में सचिन के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई थी.
महत्वपूर्ण क्यों है केस?
न्यूज 18 की रिपोर्ट कहती है कि असली NCERT किताबें सिर्फ दिल्ली में छपती हैं और रिटेलर्स को वो 15 फीसदी कमीशन पर मिलती हैं. इसके अलावा असली किताबों के लिए रिटेलर्स को पूरा पैसा एडवांस में देना होता है.
वहीं, डुप्लीकेट किताबें 30 फीसदी कमीशन के साथ मिलती हैं और कोई एडवांस पैसा नहीं देना होता. रिपोर्ट के मुताबिक, होलसेल और रिटेल बुकसेलर भी इस घोटाले में शामिल गैंग का हिस्सा हैं.
अखिलेश यादव ने दी प्रतिक्रिया
यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने 22 अगस्त को ट्विटर पर बीजेपी को अपने नेताओं को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाने को कहा.
यादव ने लिखा, "शिक्षा नीति बदलने वाली बीजेपी को पहले अपने नेताओं को नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाना चाहिए, जो करोड़ों रुपये की नकली किताबों के घोटाले में शामिल हैं."
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)