उत्तर प्रदेश में एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पर हिंदू धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया गया है. आरोप है कि आईएएस अधिकारी मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के सरकारी आवास पर धर्म परिवर्तन से जुड़ी एक बैठक चल रही थी, जिसमें धर्म परिवर्तन के फायदे बताए जा रहे थे. इस पूरे मामले का एक वीडियो भी सामने आया है.
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी (SIT) जांच के आदेश दिए हैं. SIT 7 दिन के अंदर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी.
पुलिस के मुताबिक, "कानपुर आयुक्त आवास में लिए गए IAS मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन के एक वायरल हुए वीडियो की जांच ADCP East को दी गई है, जांच की जा रही है कि क्या वीडियो सही है और क्या इसमें कोई अपराध हुआ है."
जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसमें दिख रहा है कि एक शख्स कुर्सी पर बैठा है और वो कुरान के हवाले से पैगंबर मुहम्मद साहब की बातें लोगों को बता रहा है. वहीं कुछ लोग नीचे बैठकर कुर्सी पर बैठ शख्स की बात सुन रहे हैं. कहा जा रहा है कि वायरल वीडियो में आईएएस अफसर इफ्तिखारुद्दीन ने अपने सरकारी आवास पर इस कार्यक्रम को किया है.
वीडियो किसने शूट किया है और सच्चाई क्या है यह फिलहाल साफ नहीं है. वीडियो वायरल होने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि इसकी जांच कराई जाएगी. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा,
"कानपुर तथा उन्नाव दौरे के समय मुझे कुछ लोगों ने इस प्रकरण के बारे में जानकारी दी. अभी मैं इसके बारे में और पता कर रहा हूं. यह गंभीर प्रकरण है. हम इसकी तह में जाएंगे और गंभीरता से मामले की जांच कराएंगे. अगर इसमें आइएएस अफसर से जुड़ा कुछ भी सामने आता है तो हम कार्रवाई जरूर कराएंगे."
वायरल वीडियो में क्या है
वायरल वीडियो में मोहम्मद इफतेखारुद्दीन कुरान की आयत को हिंदी में अनुवाद करते हुए कहते सुनाई दे रहे हैं, वो कहते हैं, "ऐ मोहम्मद, ऐलान करो, बताओ पूरे दुनिया के इंसानों को, कि मैं अल्लाह का पैगंबर हूं. तुम सबके लिए मैं अल्लाह का रसूल हूं. मोहम्मद साहब अल्लाह के आखिरी नबी (पैगंबर) हैं. उनके बाद तो कोई रसूल (पैगंबर) नहीं आएंगे. तो कौन करेगा दावत (इस्लाम फैलान) की बात? जो अल्लाह और आखिरत (कयामत) पर ईमान लाएगा. मोम्मद साहब के तरीके पर चलना है. उनके मिशन को आगे बढ़ाए. अरब में अल्लाह की बादशाहत कायम हुई. अल्लाह के नूर पर ईमान लाना है. पूरी जमीन पर अल्लाह का दीन दाखिल होना है. अल्लाह का निजाम दाखिल होना है, कैसे होगा? यहां जो बैठे हैं उनको ये काम करना चाहिए, नहीं करेंगे तो अल्लाह इनको जरूर पकड़ेगा."
हालांकि क्विंट इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
वहीं वीडियो में एक और शख्स टोपी कुर्ते में इस्लाम की बात बता रहा है, इस दौरान आईएएस इफ्तिखारुद्दीन जमीन पर बैठे नजर आ रहा हैं.
बता दें कि आईएएस अधिकारी मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन फिलहाल उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं. इससे पहले वो कानपुर में कमिश्नर पोस्ट पर थे.
मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन 17 फरवरी 2014 से 22 अप्रैल 2017 तक कानपुर के मंडलायुक्त रहे हैं. वह श्रमायुक्त का पदभार संभाल चुके हैं. बताया जा रहा है कि उनसे जुड़े जो वीडियो वायरल हो रहे हैं वह उस समय के हैं जब वो कानपुर के मंडलायुक्त थे.
कानपुर के पुलिस कमिश्नर, असीम अरुण ने कहा कि "वरिष्ठ आइएएस इफ्तिखारुद्दीन से जुड़े कई वायरल वीडियो संज्ञान में आए हैं. जांच कराई जा रही है."
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