उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान में आग लगने का मामला सामने आया है. घटना के बाद एक महिला और बच्चे की मौत हो गई है. इंस्टीट्यूट के आधिकारिक नोटिस में बताया गया कि ऑपरेशन थिएटर-1 में दोपहर 12.40 पर मॉनीटर में स्पार्क होने की वजह से आग लग गई. यह आग पहले वर्क स्टेशन पर लगी और उसके बाद ऑपरेशन थिएटर में फैल गई.
संस्थान ने बताया कि
आग लगने के बाद इंस्टीट्यूट का फायर सिस्टम तुरंत एक्टिव हुआ और हाइड्रैंट सिस्टम का प्रयोग करते हुए आग पर काबू पाया गया. वहां मौजूद सभी मरीजों को पोस्ट ऑपरेटिव ICU मे शिफ्ट किया गया.
संस्थान ने बताया कि ऑपरेशन थिएटर में एक महिला की एन्डोसर्जरी सर्जरी चल रही थी, जिसको बचाया नहीं जा सका. इसके साथ ही एक बच्चे के ह्रदय की सर्जरी हो रही थी, ज्यादा धुएं की वजह से वहां से निकाल कर डायलिसिस ICU में लाकर फिर से सर्जरी शुरू की गई लेकिन हम उसे बचा नहीं पाए. मामले की जांच के आदेश दे दिये गए हैं.
"दोषी के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई"
PGI में लगी आग को लेकर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बयान दिया है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में पीजीआई की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं. यह आग किस वजह से लगी, क्यों लगी...हर पहलू की जांच की जाएगी. प्रमुख सचिव को तत्काल मौके पर जाने के लिए कहा गया है.
इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस घटना में एक मरीज की दुःखद मौत हुई है. हम पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ हैं और हर स्थिति में इसमें न्याय मिलेगा. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ हम कड़ी कार्रवाई करेंगे.बृजेश पाठक, उपमुख्यमंत्री, उत्तर प्रेदश
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