उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों की हालत किसी से छुपी नहीं है. लेकिन अब इसी से जुड़ी एक और चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. यूपी के 28 हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों में अब तक पावर कनेक्शन नहीं है. इस बात का पता तब चला, जब सरकारी स्कूलों के सरकारी अधिकारियों को दी गई जानकारी की समीक्षा की गई.
पावर कनेक्शन न होने की मुख्य वजह इन स्कूलों की 'बिजली के खंबों से दूरी बताई गई'
इस बीच अधिकारियों ने स्कूलों को निर्देश दिया है कि चुनाव आयोग ने 2019 लोकसभा चुनावों के दौरान इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए जो फंड दिया था, उसका इस्तेमाल किया जाए.
उत्तर प्रदेश के स्कूली शिक्षा के डायरेक्टर जनरल विजय किरण आनंद ने कहा, "स्कूलों ने प्रेरणा पोर्टल पर जो जानकारी अपलोड की थी, उसकी समीक्षा में सामने आया कि 28,360 सरकारी स्कूलों में पावर कनेक्शन नहीं है और इसकी मुख्य वजह इन स्कूलों की बिजली खंबों से ज्यादा दूरी है. ये पाया गया कि ज्यादातर मामलों में बिजली के खंबे स्कूलों से कम से कम 40 मीटर दूर हैं और कई मामलों में इससे भी ज्यादा दूर."
2019 लोकसभा चुनावों में चुनाव आयोग ने सरकारी स्कूलों को पावर कनेक्शन लेने के लिए कुछ फंड मुहैया कराया था, ताकि उन्हें पोलिंग बूथ बनाया जा सके. इसके लिए 32.67 करोड़ रुपये दिए गए थे, जिसमें से 4.7 करोड़ अभी भी स्कूलों के पास है. स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि उस पैसे का इस्तेमाल कर पावर कनेक्शन लें और बिजली विभाग के संबंधित अधिकारी से ये काम 15 अक्टूबर तक पूरा करने को कहें.विजय किरण आनंद, UP के स्कूली शिक्षा के डायरेक्टर जनरल
आनंद ने कहा कि जिन स्कूलों के पास ये फंड नहीं है, वो 30 सितंबर तक पैसे की जरूरत के बारे में जानकारी दें. उन्होंने कहा, "एक बार जानकारी मिलेगी तो पैसे स्कूलों को दे दिया जाएगा."
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