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UP सरकार का क्या है प्लान जो पुलिसवालों की छुट्टी कर दी रद्द, 11 जिले अलर्ट पर

संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 अक्टूबर को देश भर में सुबह 10 बजे से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन का ऐलान किया है.

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सभी पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की छुट्टी तत्‍काल प्रभाव से रद्द की जाती है- ये आदेश उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से आया है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) पुलिस अलर्ट मोड पर है. इतनी अलर्ट की 11 जिलों में अधिकारी फील्ड में उतार दिए गए हैं. बड़े अधिकारी कैंप कर रहे हैं. लेकिन ऐसा क्या मामला है जो यूपी पुलिस अलर्ट पर है?

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UP पुलिस को ऐसे आदेश की जरूरत क्यों पड़ी

दरअसल, 3 अक्टूबर को लखीमपुर (Lakhimpur Kheri) में चार किसानों सहित 9 लोगों की मौत हुई थी. केंद्रीय मंत्री अजय तेनी मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा पर आरोप लगा कि उनकी कार के एक काफिले ने किसानों को कुचलकर मार दिया. जिसके बाद किसानों का ग़ुस्सा बढ़ गया. अब किसान संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने इस मामले को लेकर आंदोलन छेड़ने की तैयारी कर ली है. संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय मंत्री अजय तेनी मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग रखी है.

यूपी पुलिस ने अपने आदेश में क्या कहा है?

उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेश (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है,

“निर्देशानुसार अवगत कराना है कि आगामी त्यौहारों और संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा प्रस्तावित कार्यक्रमों को देखते हुए सभी प्रकार के अवकाश/अनुमति दिनांक 18 अक्टूबर तक तत्काल प्रभाव से बंद किए जाते हैं. अपरिहार्य कारणों में इस मुख्यालय से अवकाश/अनुमति स्वीकृत किए जाएंगे. ये आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावी होंगे.”

संयुक्त किसान मोर्चा का अल्टीमेटम

बता दें कि लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) की घटना को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ने की तैयारी कर ली है. करीब एक साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है और किसान संगठन तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर दिल्ली की सरहदों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा देशभर में सत्ता पक्ष के नेताओं का विरोध भी कर रहे हैं. ऐसे ही विरोध प्रदर्शन के लिए लखीमपुर खीरी में भी किसान जमा हुए थे. इसी दौरान केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की गाड़ी से कुचलकर किसानों की मौत हो गई. वहीं आरोपी आशीष मिश्रा को गिरफ्तार करने में पुलिस को काफी समय लगा, जिस वजह से भी किसान संगठनों में काफी गुस्सा है.

इसी को देखते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार से कुछ मांगे रखी हैं. और देशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है.

क्या है किसानों का प्लान

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि अगर 11 अक्टूबर तक संयुक्त किसान मोर्चा की मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो संयुक्त किसान मोर्चा देशव्यापी विरोध कार्यक्रम की शुरुआत करेगा. इन कार्यक्रमों की रुप-रेखा इस तरह है-

  • संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने लखीमपुर के तिकोनिया में 12 अक्टूबर को मारे गए किसानों के लिए अंतिम अरदास का कार्यक्रम रखा है. अंतिम अरदास के बाद लखीमपुर खीरी से शहीद किसानों के अस्थि कलश लेकर शहीद किसान यात्रा निकाली जाएगी. यह यात्रा उत्तर प्रदेश के हर जिले और देश के हर राज्य के लिए अलग-अलग अस्थि कलश लेकर शुरू की जाएगी. इस यात्रा का समापन हर जिले और राज्य में किसी पवित्र या ऐतिहासिक स्थान पर किया जाएगा.

  • दशहरा के अवसर पर, 15 अक्टूबर को, किसान विरोधी भाजपा सरकार के प्रतिरूप नरेंद्र मोदी, अमित शाह और स्थानीय नेताओं के पुतले जला कर उनके झूठ का दहन किया जाएगा.

रेल रोको आंदोलन

किसान संगठन ने ऐलान किया है कि 18 अक्टूबर को देश भर में सुबह 10 बजे से 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन आयोजित किया जाएगा.

लखनऊ में होगा किसान महापंचायत

इसके अलावा 26 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा लखनऊ में लखीमपुर कांड के विरोध में एक किसान महा पंचायत का आयोजन करेगा.

बता दें कि किसानों के गुस्से और सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

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