उत्तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश ने तबाही मचाई है. चारधाम यात्रा को जोड़ने वाले हाईवे ब्लॉक होने के बाद नैनीताल के (Cloudburst in Nainital) के रामगढ़ जिले के एक गांव में बादल फट गया, बादल फटने की वजह से लोगों के घर गिर गए, जिसमें कई लोग फंस गए. इसके बाद राहत और बचाव के लिए प्रशासन की तरफ से इंतजाम किए गए और लोगों को बाहर निकाला गया. उत्तराखंड में पिछले दो दिनों में 22 लोगों की जान चली गई है.
इससे पहले उतराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा,
आज 11 लोगों और कल 5 लोगों की मरने की खबर आई थी. कुछ लोगों की दबे होने की भी जानकारी आई है. जैसे-जैसे मौसम साफ होगा वैसे स्थिति का सही आंकलन होगा
पीएम ने की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्य से लोकसभा सांसद एवं केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से फोन पर बात कर राज्य में अतिवृष्टि की वजह से हुए नुकसान की जानकारी ली.
नैनीताल की एसएसपी प्रियदर्शिनी ने बताया कि कुछ घायलों को रेसक्यू के दौरान बाहर निकाल लिया गया है. फिलहाल कितने लोग अंदर फंसे है इसका अंदाजा लगा मुश्किल है.
गुजरात के मुख्य मंत्री भूपेंद्र पटेल ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से बात कर उत्तराखंड में बारिश और बाढ़ से प्राभावित लोगों की मदद का आश्वासन दिया है. गुजरात के कई तीर्थयात्री भी उत्तराखंड में फंसे हुए हैं. बता दें कि उत्तराखंड में लगातार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं.
नैनीताल में सड़कों पर पानी भरा
नैनीताल झील ओवरफ्लो होने के चलते नैनीताल की सड़कों पर पानी भर गया है. इमारतों और घरों में भी जलभराव देखा जा रहा है.
वहीं रामनगर से रानीखेत जाने वाले मार्ग पर मोहान में लेमन ट्री रिसॉर्ट में कोसी नदी का पानी घुसने से करीब 100 लोग फंसे हैं. ये सभी लोग सुरक्षित हैं और उनको वहां से रेस्क्यू किया जा रहा है.
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