उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजनीति में भले ही लगातार दो चुनाव जीतने का दो दशक पुराना मिथक बीजेपी ने तोड़ दिया हो, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सस्पेंस अब भी जारी है. विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हुए 10 दिन से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, लेकिन अब तक बीजेपी ने ये साफ नहीं किया है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? क्या पुष्कर सिंह धामी दोबारा सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे या फिर किसी और चेहरे पर बीजेपी दाव लगाएगी? सवाल ये भी है कि सीएम के नाम पर मुहर अब तक नहीं लगने के पीछे क्या वजह है?
खबर आ रही है कि सोमवार यानी आज शाम 4 बजे बीजेपी अपने सीएम के नाम का ऐलान कर सकती है. शाम 4 बजे बीजेपी ने अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें राज्य के पर्यवेक्षक बनाए गए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सह-पर्यवेक्षक केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहेंगी.
चलिए तो आपको एक-एक कर बीजेपी में फंसे पेंच और सीएम की रेस में मौजूद लोगों के बारे में बताते हैं.
क्यों नहीं बीजेपी ने सीएम के नाम का किया ऐलान?
भले ही बीजेपी ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में 47 सीट जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हार का सामना करना पड़ा. धामी ने खटीमा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था और वह हार गए थे. जिसके बाद से ही सीएम के नाम को लेकर सवाल उठने लगे थे.
इसके अलावा पिछले एक साल के अंदर बीजेपी ने उत्तराखंड में तीन मुख्यमंत्री बदले हैं.
बीजेपी ने सबसे पहले मार्च 2021 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को उनके पद से हटाने का फैसला किया था. 9 मार्च 2021 को त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था. इसके बाद 10 मार्च, 2021 को पौड़ी लोकसभा सीट से सांसद तीरथ सिंह रावत को नया मुख्यमंत्री बनाया गया था. लेकिन तीन महीने में ही तीरथ सिंह रावत ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया. जिसके बाद पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया.
बार-बार मुख्यमंत्री बदलने के पीछे भी ये माना गया है कि बीजेपी ने जनता के बीच बढ़ रही नाराजगी को कम करने के लिए ऐसा किया था. जिसका फायदा शायद बीजेपी को विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला है.
वहीं दूसरी ओर पुष्कर सिंह धामी की हार के बाद से ही विधायक दल के अंदर नया चेहरा चुनने का दबाव पार्टी पर बढ़ा है.
कौन-कौन सीएम की रेस में?
उत्तराखंड का अगला मुख्यमंत्री बनने की होड़ में धामी का नाम भले ही सबसे पहले आ रहा हो लेकिन पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड के कई विधायक और सांसद दिल्ली के चक्कर लगा रहे हैं. वहीं उत्तराखंड में सरकार गठन पर चर्चा के लिए रविवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक आवास पर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की बैठक भी हुई है.
न्यूज एजेंसी आईएनएस के मुताबिक शनिवार और रविवार को अमित शाह के घर पर भी उत्तराखंड के नेताओं के साथ दो दौर की बैठकें हुईं. बैठक करीब एक घंटे तक चली. बाद में नेताओं ने आगे की चर्चा के लिए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के आवास पर मुलाकात की. यही नहीं बीजेपी ने सभी नवनिर्वाचित विधायकों को 20 मार्च से देहरादून में रहने के लिए कहा है.
ये नाम हैं रेस में
धन सिंह रावत- वरिष्ठ विधायक
अनिल बलूनी- राज्यसभा सांसद
अजय भट्ट- लोकसभा सांसद
सतपाल महाराज- पूर्व मंत्री
रमेश पोखरियाल निशंक- पूर्व मुख्यमंत्री
रेखा आर्य- तीन बार से विधायक
ऋतु खंडूरी- पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी की बेटी और कोटद्वार सीट से विधायक
बता दें कि उत्तराखंड में बीजेपी ने 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल की है और लगातार दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है.
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