उत्तरकाशी(Uttarkashi) बस हादसे के बाद उतराखंड राज्य सहित मध्यप्रदेश में हाहाकर मचा हुआ है. घटना के प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार बस के खाई में गिरते ही बस के परखच्चे उड़ गये थे और यात्रियों के शव खाई में पेड़ों पर लटक रहे थे. रविवार को उत्तरकाशी के डामटा के नौगांव रिखाउखड्ड के पास यह दुर्घटना हुआ थी. यह हादसा इतना वीभत्स था कि इसकी चीखें राज्य के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी सुनाई दी.
हादसे के पहले प्रत्यक्षदर्शी मोरी के जखोल गाँव के जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह रावत हैं. उन्होंने बताया कि ये यात्री बस उनके आगे-आगे चल रही थी, सड़क पर वाहनों की ज्यादा भीड़ होने के कारण वे बस को ओवरटेक नहीं कर सके और वे बस के पीछे चलते रहे. एका-एक उन्हें लगा कि बस का या तो स्टेयरिंग फेल हुआ या वाहन चालक को नींद की छपकी आ गयी. बस ड्राइवर सामने आ रही गाड़ियों को पास दे रहा था.
हाकम सिंह रावत के अनुसार उनके सामने ही बस गहरी खाई में जा गिरी .जो 500 मीटर गहरी थी,उस में बस समा गई.
मैंने बस को खाई में गिरते देखा तो मैं अपनी गाड़ी को रोककर खाई की ओर भागा,और मेरे मित्र भी मेरे साथ दौड़ पडे़. घटना के समय बस के परखच्चे उड़ गए थे. मैंने देखा शव इधर-उधर पडे़ थे और कुछ शव पेड़ों पर लटके हुए थे.
हाकम सिंह रागवत ने आगे बताया कि, जो घायल थे उन्हें मैंने साहस दिया और सड़क पर लाने का प्रयास किया. मेरे सामने ही 17 यात्री मर गये थे.
बस में ड्राइवर समेत 30 लोग थे. जिनमें से 25 यात्रियों की मौत हो गई और 4 लोग घायल बताए जा रहे हैं. ये सारे यात्री मध्यप्रदेश के रहने वाले थे. इस दुर्घटना को लेकर मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सींह चौहान ने कहा कि अभी तक 25 लोगों के शव निकाले गए हैं, जिनका रात को ही पोस्टमार्टम हो गया था. हमने एयर फोर्स से रिक्वेस्ट की है कि शवों को लाने के लिए एक प्लेन का इंतजाम करें.
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