Ripped (फटी हुई) जींस पहनने वाली महिलाओं को लेकर विवादित बयान देने वाले उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अब ब्रिटेन और अमेरिका का फर्क भूल गए हैं. रविवार को रामनगर में अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रावत कोविड-19 महामारी को हैंडल करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर रहे थे.
कोरोना को लेकर अमेरिका और भारत की तुलना
कोविड-19 के मामले में भारत की स्थिति को दूसरे देशों से बेहतर बताते हुए उन्होंने अमेरिका का जिक्र करना शुरू किया. अमेरिका में बिगड़ती कोरोना की स्थिति के बारे में बताते हुए उन्होंने कह दिया कि अमेरिका ने हम पर 200 साल तक राज किया. उन्होंने कहा-
“135 करोड़ की आबादी का देश आज अन्य देशों की अपेक्षा राहत महसूस करता है. जहां अमेरिका के हम लोग गुलाम थे, पूरे विश्व के ऊपर उनका राज था. लेकिन, आज की स्थिति में वह डोल गया. वहां की मृत्यू दर 2.75 लाख तक चली गई. 12 करोड़ की आबादी का देश, स्वास्थ्य में नंबर 1. लेकिन, मृत्यु दर 50 प्रतिशत से भी ज्यादा पहुंच गई. हमारे प्रधानमंत्री ने हमें बचाने का काम तो किया लेकिन हमने भी मास्क, सैनेटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया.”
बच्चे पैदा करने को लेकर भी विवादित बयान
इसी भाषण में तीरथ सिंह रावत ने बच्चे पैदा करने को लेकर भी विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में लोगों को उन लोगों से जलन होने लगी थी जिन्हें सरकार से ज्यादा राशन मिल रहा था. अगर वो ज्यादा बच्चे पैदा करते तो उन्हें भी ज्यादा राशन मिलता. तीरथ सिंह रावत ने कहा,
“सरकार ने हर घर में राशन देने का काम किया. जिसके 10 (बच्चे) तो 50 किलो आ गया 20 थे तो एक क्विंटल आ गया 2 थे तो 10 किलो आ गया. लेकिन इसके बाद भी लोगों को एक दूसरे से जलन होने लगी कि 2 वाले को 10 किलो और 20 वाले को 1 क्विंटल क्यों मिल रहा है. अब इसमें दोष किसका है? जब समय था तो आपने 2 ही पैदा किए, 20 क्यों नहीं पैदा किए?”
महिलाओं की जींस को लेकर दिया था बयान
भारत पर राज करने वाले ब्रिटेन को भूलवश अमेरिका बताने वाले तीरथ सिंह रावत पहले Ripped Jeans पहने एक महिला को लेकर भी विवादित बयान दे चुके हैं. 16 मार्च को देहरादून में एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम रावत ने कहा था कि -
जहाज में मेरे बगल में एक बहनजी बैठी थीं, बातचीत हुई और जब मैंने उनकी तरफ देखा तो नीचे गम बूट थे, जब और ऊपर देखा तो घुटने फटे थे. हाथ देखे तो कई कड़े थे. जब घुटने देखे तो मैंने पूछा कि कहां जाना है, बोला दिल्ली जाना है. क्या करती हैं, एनजीओ चलाती हूं. मैंने कहा एनजीओ चलाती हूं, घुटने फटे दिखते हैं, समाज के बीच में जाते हैं. क्या संस्कार दोगे.
तीरथ सिंह रावत गढ़वाल से सांसद हैं और 1983-1988 तक वो संघ प्रचारक रहे हैं. जब उत्तराखंड अलग राज्य बना तो तीरथ सिंह रावत साल 2000 में सूबे के पहले शिक्षा मंत्री बने. तीरथ सिंह रावत 1997 से 2002 तक यूपी विधानमंडल के सदस्य भी थे. 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट दिया और जीत भी हासिल हुई. 10 मार्च को उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है.
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