पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) के मलदहिया इलाके में छापेमारी करने पहुंची जीएसटी अधिकारियों की टीम को व्यापारियों ने घेर लिया. इससे बुधवार दोपहर इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया.
व्यापारियों के कड़े रुख को देखकर जीएसटी के अधिकारी टीम समेत वहां से उल्टे पांव भागने को मजबूर हो गए. नाराज व्यापारियों ने कहा कि कोरोना काल के बाद व्यापार बुरी तरीके से चौपट हुआ है. बावजूद इसके हर तरीके का टैक्स व्यापारी भर रहे हैं. उन्होंने जीएसटी की विसंगतियों पर भी सवाल खड़े किए. कहा कि सारा टैक्स भरने के बाद भी अधिकारी व्यापारियों को चोर समझते हैं इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
गुस्साए व्यापारियों ने कहा कि सरकार इस पर तत्काल रोक नहीं लगाएगी तो पूरे प्रदेश में लामबंद होकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और अधिकारियों की होगी.
क्या है पूरा मामला
वाराणसी के मलदहिया स्थित राजेश इंडस्ट्रीज प्रतिष्ठान पर बुधवार सुबह 11 बजे अचानक वाणिज्य कर विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा SIB की टीम सर्वे करने पहुंची. शाम 4 बजे तक 3 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई. इसकी सूचना पर पहुंचे लोहा व्यापार समिति के अध्यक्ष राम भजन अग्रहरि, महामंत्री रजनीश कनौजिया ने अधिकारियों से बातचीत कर कारण जानना चाहा. लेकिन ठोस कारण न बता पाने की वजह से व्यापारी आक्रोशित हो गए. व्यापारियों के कड़े रुख को देखकर जीएसटी अधिकारी टीम समेत भाग खड़े हुए.
जीएसटी अधिकारियों के खिलाफ व्यापारियों ने की नारेबाजी
व्यापारी राजेश जयसवाल के प्रतिष्ठान पर पहुंचे अधिकारियों ने कहा कि काली चादर की जो पूरी लाट है सभी को एक-एक करके तौला जाएगा. यह सुनते ही व्यापारी अपना आपा खो बैठे और अधिकारी वापस जाओ की नारेबाजी शुरू हो गई.
महानगर उद्योग व्यापार समिति के अध्यक्ष प्रेम मिश्रा, उपाध्यक्ष अजय गुप्ता ने बीच बचाव करके अधिकारियों को शांत कराया. व्यापारी अपनी बातों पर अड़े हुए थे. कहा कि इस तरह का सर्वे अगर आगे चलता रहा तो व्यापार मंडल इसका पुरजोर विरोध करेगा. उन्होंने कहा कि अधिकारी जिस क्षेत्र में जाए वहां के व्यापार मंडल को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करें.
व्यापार मंडल ने सर्वे के नाम पर व्यापारियों के हो रहे उत्पीड़न पर शहर के साथ-साथ पूरे प्रदेश में सड़क पर उतर कर विरोध करने की चेतावनी दी. व्यापारियों ने कहा कि जीएसटी की विसंगतियों से व्यापारी परेशान है. इसके बाद भी हम टेक्स्ट समय पर सरकार को दे रहे हैं इसके बावजूद अधिकारी हमें चोर समझते हैं.
अधिकारी नहीं सुन लेंगे तो सड़क पर उतरकर होगा विरोध
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम मिश्रा, प्रदेश के महामंत्री भूपेंद्र सिंह सोमवती, प्रदेश मंत्री अशोक जायसवाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी सोमनाथ विश्वकर्मा, संगठन मंत्री जितेंद्र चतुर्वेदी ने कहा कि कोरोना के कारण व्यापारी ऐसे ही टूटा हुआ है और व्यापार की यह स्थिति है कि व्यापारी दुकानों पर केवल अपना समय बिता रहा है उसके बावजूद व्यापारी सरकार को टैक्स समय पर दे रहा है.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी जी और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से निवेदन करते हैं कि व्यापारियों का उत्पीड़न बंद किया जाए. व्यापारी हमेशा से ही देश की उन्नति में अपना सहयोग देता रहा है. उसके बावजूद अगर उत्पीड़न हुआ तो व्यापारी बर्दाश्त नहीं करेगा और सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होगा.
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