12वीं की परीक्षा की नतीजे आने के बाद छात्र अपने करियर को लेकर कई सपने बुनते हैं. आगे की पढ़ाई के लिए अच्छे कॉलेज का चुनाव करते हैं. लेकिन एक ऐसा भी छात्र है, जिसके 99.9 फीसदी नंबर आए हैं, लेकिन वो आगे पढ़ाई नहीं करना चाहता है, बल्कि संन्यास लेना चाहता है.
गुजरात के रहने वाले वार्शिल शाह ने गुजरात बोर्ड में टॉप कर अपने मां-बाप और शहर का नाम ऊंचा किया है. 17 साल के वार्शिल अच्छे नंबर तो लेकर आए हैं, लेकिन उन्होंने आगे पढ़ाई करने की बजाय सांसारिक मोह-माया को त्याग कर दीक्षा लेने का फैसला लिया है.
वार्शिल ने जैन भिक्षु बनने का फैसला किया है और आठ जून को इसके लिए दीक्षा लेने वाले हैं. हैरानी की बात ये है कि उनके माता-पिता भी उनके इस फैसले में उनके साथ हैं और खुद इस समारोह की तैयारी कर रहे हैं. Light of Universe Jainism नाम के फेसबुक पेज पर इस बारे में जानकारी देते हुए एक वीडियो जारी किया गया है. इसमें लिखा है कि सूरत में 8 जून को वार्शिल दीक्षा लेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, वार्शिल तीन साल पहले मुनि श्री कल्याण रत्न विजय जी से मिला था. इसके बाद उसका झुकाव अध्यात्म की तरफ हो गया. वो दीक्षा लेने के लिए अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने का इंतजार कर रहा था. 12वीं के नतीजे आते ही उसने जैन भिक्षु बनने का फैसला कर लिया.
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