महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े एक छात्र के वीडियो रिकॉर्डिंग करने से इतना नाराज हो गए, कि उन्होंने छात्र की गिरफ्तारी का फरमान सुना दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तावड़े ने अंडरग्रेजुएट लेवल के एक छात्र की गिरफ्तारी का आदेश उस वक्त दिया, जब वो तावड़े और एक दूसरे छात्र की बातचीत रिकॉर्ड कर रहा था.
पीड़ित छात्र युवराज दाबद के मुताबिक मंत्री के आदेश के बाद लोकल पुलिस ने उसे दो घंटे तक हिरासत में रखा और उसका स्मार्टफोन भी छीन लिया. घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
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क्या है मामला...
दरअसल तावड़े, अमरावती में एक प्रतियोगिता के कार्यक्रम में पहुंचे थे. जैसे ही वो कार्यक्रम से जाने लगे, कुछ छात्रों ने उन्हें घेर लिया और उनसे फ्री एजुकेशन पॉलिसी पर सवाल पूछने लगे. इस दौरान युवराज दाबद वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था.
मंत्री सवालों से झल्ला भी रहे थे. प्रशांत राठौड़ नाम के एक छात्र ने बताया कि तावड़े ने फ्री एजुकेशन पॉलिसी पर जवाब देने के बजाए उसे झाड़ लगाते हुए कहा, ‘मुझे कहीं काम करना शुरू कर देना चाहिए, अगर मैं शिक्षा का भार नहीं उठा पा रहा हूं.’
इसके बाद तावड़े ने युवराज से वीडियो रिकॉर्डिंग बंद करने के लिए कहा. पीटीआई के मुताबिक, युवराज ने रिकॉर्डिंग बंद करने से इंकार कर दिया. इसके बाद तावड़े ने युवराज को हिरासत में लेने का आदेश दिया.
युवराज का कहना है, चूंकि तावड़े सवाल का जवाब नहीं दे रहे थे, इसलिए उसने वीडियो रिकॉर्डिंग बंद करने से इंकार किया था. युवराज के मुताबिक, 'जैसे ही तावड़े ने पुलिस को आदेश दिया, मुझे कॉलेज से बाहर ले जाया गया और कुछ वक्त के लिए हिरासत मे रखा गया. मेरा हैंडसेट भी स्विच ऑफ कर दिया गया.'
आदित्य ठाकरे बोले- ये चाहते हैं कोई कठिन सवाल न पूछे
शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मामले पर अपना गुस्सा ट्विटर पर जाहिर करते हुए लिखा, ‘हर स्टूडेंट को ये पढ़ना चाहिए. महाराष्ट्र के शिक्षामंत्री ने पुलिस को स्टूडेंट को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. क्यों? क्योंकि वह एक घटना की रिकॉर्डिंग कर रहा था. कठिन सवाल कोई नहीं पूछेगा. वे चाहते हैं कि युवा केवल उनके बूथ की रखवाली करें. शिक्षा और नौकरियों के बारे में कोई सवाल न पूछें.’
मंत्री विनोद तावड़े ने घटना पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. घटना पर सोशल मीडिया पर लोगों ने गुस्सा जताया है.
सोर्स: PTI
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