राम जन्मभूमि आंदोलन के अगुआ नेताओं में से एक और VHP के पूर्व अध्यक्ष विष्णु हरि डालमिया का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को निधन हो गया. वह 91 वर्ष के थे. उनका अंतिम संस्कार बुधवार को शाम चार बजे दिल्ली के निगम बोध घाट पर होगा.
देश के प्रमुख उद्योगपतियों में से एक डालमिया को पिछले महीने अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उन्हें 13 जनवरी को घर ले आ गया था. बुधवार को उन्होंने दिल्ली के गोल्फ लिंक स्थित घर पर अंतिम सांस ली.
डालमिया को 22 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था. उन्हें ऑक्सीजन की कमी हो जाने के कारण फेफड़ों से कफ निकालने में अक्षमता जैसी गंभीर समस्याएं थीं.
मंदिर आंदोलन के अगुआ नेताओं में से एक थे डालमिया
विष्णु हरि डालमिया अयोध्या में राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख समर्थकों में से एक थे. एक वक्त में उन्होंने इसमें अहम भूमिका निभाई. इसके बाद उम्र बढ़ने के बाद वह इसके मार्गदर्शक मंडल में शामिल हो गए थे. एक वक्त में वह विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल और आचार्य गिरिराज किशोर के साथ अयोध्या में मंदिर आंदोलन को लेकर काफी सक्रिय थे.
विष्णु हरि डालमिया का जन्म छह मई 1924 में हुआ था. विष्णु हरि डालमिया जब राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे तब उनके बेटे संजय डालमिया समाजवादी पार्टी से सांसद थे. 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद उन्हें लालकृष्ण आडवाणी , मुरली मनोहर जोशी और अशोक सिंघल के साथ गिरफ्तार किया गया था.
वो लंबे समय तक मथुरा स्थित भगवान श्रीकृष्ण जन्मस्थान के मैनेजिंग ट्रस्टी रहे थे. डालमिया इस देश के प्रमुख उद्योगपतियों में सए एक थे. वह उद्योगपति जयदयाल डालमिया के बड़े बेटे थे. एक वक्त में डालमिया समूह की देश के उद्योग जगत में अहम भागीदारी थी.
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