चक्रवाती तूफान ताऊ ते के बाद अब एक और तूफान यास दस्तक देने की तैयारी में है. यह तूफान 26 मई को ओडिशा के तट पर टकरा सकता है. इससे पहले केंद्र सरकार ने ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार में प्रशासन से आपातकालीन स्थिति को ध्यान में रखते हुए जरूरी दवाओं और सामानों का स्टॉक रखने के लिए कहा है. वही चक्रवात यास के आने से पहले महाराष्ट्र के ठाणे में नुकसान की खबर है.
चक्रवात यास का असर
उत्तर अंडमान सागर और बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी में 22 मई को कम दबाव का क्षेत्र बनना शुरू होगा. ऐसी संभावना है कि इसके 72 घंटे बाद यह चक्रवात बन जाएगा.
ओडिशा के तट पर चक्रवात यास के टकराने से पहले राजधानी भुवनेश्वर में शुक्रवार को भारी बारिश के तौर पर इसका असर देखने को मिल रहा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इसे लेकर भुवनेश्वर में तेज हवाओं के साथ बारिश का अनुमान जताया है.
ओडिशा के 12 जिलों में चक्रवात यास को लेकर अलर्ट जारी किया गया गया है.
महाराष्ट्र के ठाणे में चक्रवात यास की वजह से नुकसान की खबर है. इकनॉमिक टाइम्स के अनुसार, ठाणे के कलेक्टर राजेश नार्वेकर ने बताया कि, शहर में करीब 2 हजार मकान क्षतिग्रस्त हो गए और 363 हेक्टेयर में लगी फसल नष्ट हो गई.
वहीं इस चक्रवाती तूफान को लेकर भारतीय तटरक्षक बल ने देश के तटवर्तीय राज्यों से अतिरिक्त सावधावी बरतने को कहा है. साथ ही राहत और बचाव के लिए जरूरी संसाधन व मेडिकल सेवाओं को अलर्ट पर रखने की अपील की है.
बिहार, यूपी और एमपी पर भी तूफान का असर
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात यास के चलते बिहार के दक्षिण-पूर्वी हिस्सें में तेज हवाएं चलेगी और बारिश होगी. वहीं उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी चक्रवात का प्रभाव है और अगले दो दिनों तक बने रहने की उम्मीद है.
बता दें कि चक्रवात यास देश में दो सप्ताह के अंदर टकराने वाला दूसरा तूफान होगा. इससे पहले ताऊ ते तूफान ने देश के तटवर्तीय राज्यों में काफी तबाही मचाई थी.
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