वायनाड में 4 अप्रैल को प्रियंका गांधी और राहुल गांधी की रैली में कुछ पत्रकार घायल हो गए थे. घायलों की मदद करने के लिए दोनों नेता खुद दौड़कर आगे आए थे. अब उस पत्रकार ने एक फेसबुक पोस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को शुक्रिया कहा है.
Rickson Edathil नाम के जर्नलिस्ट ने अपने फेसबुक पोस्ट में बताया कि वो गुरुवार, 4 अप्रैल को राहुल गांधी का नॉमिनेशन कवर करने के लिए वायनाड गए थे. गाड़ी में काफी भीड़ होने के कारण वो ऊपर बैठे हुए थे. गाड़ी के तेजी से मुड़ने के कारण कई पैसेंजर्स उससे गिर गए. वो उठ पाते उससे पहले ही गाड़ी चलने के कारण उनके ऊपर और लोग गिरे.
उन्होंने बताया कि इसके बाद जब लोग मदद के लिए आए, तो उनमें प्रियंका और राहुल भी थे.
उन्होंने कहा, 'अब जब मैं सोचता हूं, उनकी मौजूदगी से रेस्क्यू काम जल्दी हुआ. अगर वो इसमें शामिल नहीं होते, तो शायद इतनी भीड़ में हमें अस्पताल ले जाने में देरी होती.'
‘प्रिंयका ने मेरे जूते उतारने में मदद की और मेरी शर्ट के बटन खोले ताकि एयर सर्कुलेशन सही से हो सके. आप उनकी इस बात को कैसे भी बयां करें, लेकिन ये एक सही फर्स्ट एड था. बाद में, मैंने वीडियो में देखा कि उन्होंने मेरे जूते अपने हाथों से उठाए. ऐसे काम के लिए दयालु होने की जरूरत होती है. अपने अनुभव से, मैंने जाना कि प्रियंका और राहुल में काफी सहानुभूति है. ये एक नेता का गुण है.’
रिक्सन ने लिखा कि राहुल और प्रियंका उन्हें अपने कार्यकर्ताओं के हवाले कर हेलीकॉप्टर से वापस भी लौट सकते थे, लेकिन दोनों भाई-बहन ने खुद आकर घायलों की मदद की. उन्होंने जो रवैया दिखाया वो उनके मानवता, केयर, काइंडनेस और लीडरशिप गुणों को दिखाता है.
उन्होंने अपने पोस्ट में ये भी बताया कि इस घटना के बाद कई लोगों ने उनसे ये भी जानना चाहा कि उनका गिरना असली था या नकली. रिक्सन ने कहा कि उन्हें इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता और वो बस अपना अनुभव दुनिया को बताना चाहते हैं.
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