भारत सरकार ने एक बार फिर कहा है कि, कोरोना के मामलों में कमी आने के बावजूद भारत ने अभी तक उसकी दूसरी लहर का अंत नहीं देखा है. यानी दूसरी लहर पूरी तरह खत्म नहीं हुई है.
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि बीते 3 महीनों से साप्ताहिक और दैनिक पॉजिटिविटी रेट में कमी देखने को मिली है. जून में 269 जिले ऐसे थे जहां रोजाना कोरोना के 100 से ज्यादा मामले आ रहे थे. 31 अगस्त तक इन जिलों की संख्या घटकर 42 हो गई है जहां कोरोना के 100 से ज्यादा मामले रोजाना आ रहे हैं.
पिछले 24 घंटों में कोरोना के 47,092 मामले सामने आए हैं. पिछले हफ्ते देश के कुल मामलों में से 69 फीसदी अकेले केरल से सामने आए हैं. हमने अभी तक कोरोना की दूसरी लहर का अंत नहीं देखा है.
केरल में 1 लाख से ज्यादा एक्टिव मामले
राजेश भूषण ने आगे बताया कि, केरल इकलौता ऐसा राज्य है जहां अभी कोरोना के एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं, जबकि 4 राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या 10,000 से 1 लाख के बीच में है. बाकी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक्टिव केस की संख्या 10,000 से कम है.
18 साल से ऊपर 54% लोगों को कम से कम एक टीका लगा
उन्होंने आगे बताया कि भारत की एडल्ट आबादी के 16 फीसदी लोगों को कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं, जबकि 54 फीसदी एडल्ट आबादी को कम से कम एक टीका लग चुका है.
सचिव ने बताया कि, अगस्त महीने में हमने 18.38 करोड़ कोरोना टीके लगाए, प्रतिदिन का औसत 59.29 लाख रहा. अगस्त के आखिरी हफ्ते में 80 लाख से ज्यादा टीके हर दिन लगाए.
स्वास्थ्य सचिव ने आगे बताया कि सिक्किम, दादर नगर हवेली और हिमाचल प्रदेश में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाया जा चुका है. सिक्किम में 36 फीसदी लोगों को करोना का दूसरा टीका लग चुका है, जबकि दादर नगर हवेली में 18 फीसदी और हिमाचल प्रदेश में यह आंकड़ा 32 फीसदी है.
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