जनवरी के महीने में जहां देश के कुछ हिस्सों में बारिश ही बारिश है तो कहीं ठंड से शहर ठिठुर रहे हैं. वहीं कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां बारिश और ठंड दोनों एक साथ देखी जा सकती है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शुक्रवार को अनुमान लगाया है कि पूर्वी भारत और तटीय आंध्र प्रदेश में बारिश अगले दो दिनों तक जारी रहेगी. वहीं अगले 4-5 दिन उत्तर भारत में घना कोहरा देखने को मिलेगा. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए उत्तर पश्चिम भारत में ठंड को लेकर भी भविष्यवाणी की है.
बारिश को लेकर मौसम विभाग ने बताया कि शनिवार को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड और सिक्किम में बारिश के आशार है. बारिश हल्की या मध्यम ही होगी. उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बिजली और ओले साथ ही बादलों के गरज के साथ बारिश की संभावना है.
अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी हल्की और मध्यम बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा अगले 4-5 दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में भी हल्की बारिश और बादलों की गरज के साथ बूंदाबांदी हो सकती है.
उत्तरी राज्यों में बनी रहेगी शीतलहर, न्यूनतम तापमान में बदलाव नहीं
मौसम विभाग ने बताया कि अगले तीन दिनों तक उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में कोई बदलाव नहीं होगा यानी ठंड तो बनी रहेगी. हालांकि उसके बाद तापमान में वृद्धि हो सकती है लेकिन 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की ही वृद्धि का अनुमान है.
पूर्वी भारत के न्यूनतम तापमान में भी कोई खास बदलाव नहीं देखने को मिलेगा जबकि आगे तो तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट का ही अनुमान है.
वहीं गुजरात और महाराष्ट्र में भी न्यूनतम तापमान में कोई बदलाव नहीं होने के संकेत हैं. कुछ समय बाद वहां धीरे-धीरे 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ जाएगा. अगले दो दिनों के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश में शीतलहर की स्थिति बने रहने की संभावना है. पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी ठंड की स्थिति बनी रह सकती है. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अगले दो दिनों में ठंड और बढ़ेगी.
प्रदूषण को लेकर दिल्ली फिर वही स्थिति में पहुंच चुका है. वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शनिवार, 15 जनवरी को 339 पर पहुंच गया यानी बहुत खराब श्रेणी में चला गया है.
इसके अलावा लद्दाख के लेह समेत देशभर के चार स्थानों पर डॉपलर मौसम रडार स्थापित किए गए. देश में अब डॉपलर मौसम रडार की संख्या 33 हो गई है.
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