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राम मंदिर, 5G, दिल्ली-बिहार चुनाव, 9 खबर जिनपर होगी 2020 में नजर

देश बड़ा पॉलिटिकल हो चुका है,चाय की टपरी पर सियासत की चर्चा हुआ करती थी अब फेसबुक पर लोग लड़ने को तैयार रहते हैं

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वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज

नया साल है. पता है कि आपने भी खुद के लिए कई नियम-कानून तय कर लिए होंगे कि इस साल फिल्में कम देखूंगा, या इस साल फेसबुक पर मोदी-राहुल वाली चर्चा से दूर रहूंगा. ठीक उसी तरह मैंने भी तय किया है कि मैं आपको अगले साल भी हर रोज की बड़ी खबरें देता रहूंगा. अभी मैं आपको उन मुद्दों, उन चीजों के बारे मे बताने जा रहा हूं जिनपर पर 2020 मे खास नजर रहेगी.

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अपना देश बड़ा पॉलिटिकल हो चुका है, पहले चाय की टपरी पर सियासत की चर्चा हुआ करती थी अब फेसबुक पर लोग सियासत के पीछे लड़ने को तैयार रहते हैं, तो सबसे पहले बात सियासत की. 2019 में प्रचंड बहुमत लेकर सत्ता पर सवार हुई बीजेपी को 2019 के आखिरी महीने ने झारखंड में झटका दे दिया है. अब 2020 में दिल्ली और बिहार में चुनाव होने जा रहे हैं जिसमें बीजेपी सतर्क है और विपक्ष को महज एक जीत से मस्त होने की जरूरत नहीं है.

दिल्ली-बिहार चुनाव 2020

दिल्ली में करीब 20 साल से सत्ता से बाहर रही बीजेपी, केजरीवाल का सामना कर रही है, वो केजरीवाल जो ट्विटरबाजी और आरोप-प्रत्यारोप में बीजेपी और उसके नेताओं से कहीं कम नहीं दिखते, ऊपर से दिल्ली में एजुकेशन की क्वॉलिटी, फ्री बिजली पानी की भर-भरके जो तारीफ हो रही हैं उससे केजरीवाल और AAP का मनोबल ऊंचा उठा है...यहां कांग्रेस के लिए कुल मिलाकर रास्ता ये है कि गठबंधन में आए, अकेले दो-दो हाथ करेगी तो नुकसान आप और कांग्रेस दोनों का हो सकता है. अब बात बिहार की जहां नीतीश बाबू की सरकार है वो भी बीजेपी के साथ मिलकर. आपको तो याद ही होगा नीतीश बाबू का पहले लालू की पार्टी के साथ जाना फिर वहां से निकलकर बीजेपी के साथ चले जाना. यहां पर जेडीयू-बीजेपी को चुनौती कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन में लड़कर दे सकते हैं.वैसे बिहार से अक्सर बीजेपी-जेडीयू के बीच अनबन की खबरें आया करती हैं तो चुनाव से ठीक पहले कुछ करामात हो जाए तो हैरान मत होइयगा.

बजट 2020

पॉलिटिक्स से आगे बढ़ते हैं सीधा बजट दिखता है.बजट से इकनॉमी की याद आती है..जिसकी याद शायद सरकार को नहीं आ रही क्योंकि 2019 में आपने इकनॉमिक स्लोडाउन की खबरें, बातें और मंत्रियों की दलील खूब सुनी होंगी. 2019 में ही अपनी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ओला ऊबर का कनेक्शन मंदी से बता दिया तो ये भी बता दिया कि उनका परिवार प्याज नहीं खाता है लेकिन इन सब चीजों से मंदी से कैसे उबरेंगे. जीडीपी में गिरावट है,टैक्स वसूली बढ़ नहीं रही है, मैन्युफेक्चरिंग-एग्रीकल्चरल सेक्टर में क्राइसिस है बैंकों को पूंजी मिलने के बावजूद लोग लोन लेने को तैयार नहीं हैं.ऐसे में इस बार का बजट यानी बजट 2020 से आम लोगों के साथ साथ देश को भी उम्मीदें हैं जो सरकार के लिए बड़ी चुनौती है.

निर्मला सीतारमण ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि आर्थिक गतिविधि में तेजी लाने के लिए सरकार की तरफ से तमाम कोशिशें की जा रही हैं. इनकम टैक्स रेट को लेकर उन्होंने कहा था कि इसमें भी सुधार की गुंजाइश है और टैक्स रेट घटाने पर विचार किया जा रहा है. अब सरकार को अगर ग्रोथ चाहिए तो इस बजट में खपत, रोजगार और खेती को बढ़ावा देने वाले उपाय लाने होंगे. विनिवेश करने होंगे, बैंकों को बचाने और nbFC में सुधार लाने के उपाय करने होंगे.

प्याज 2020

और हां ये मत भूलिए कि प्याज की कीमतें 100 रूपये किलो के आसपास में हैं, 2020 के शुरुआती महीनों में पूरे देश को प्याज की कीमतों के कम होने का इंतजार जरूर होगा. भोजपुरी में एक गाना बड़ा फेमस हुआ था जो अब फिर से याद आता है- अब का प्याज खईब-जब प्याजवे अनार हो गईल.

CAA-NRC प्रदर्शन 2020

लेकिन अभी सरकार के पास इन सब चीजों के लिए कहां टाइम है. अभी तो बड़े-बड़े मुद्दे सॉल्व करने में लगी है अपनी सरकार. जैसे NRC, नागरिकता कानून, पाकिस्तान से कैसे निपटगें टाइप? बेरोजगारी-वेरोजगारी, मंदी-संदी से तो निपट लिया जाएगा..

NRC-नागरिकता कानून से याद आया कि साल 2020 में ये मुद्दा खास होगा, कैसे सरकार देशभर में चल रहे प्रदर्शन से निपटेगी और इस कानून का विरोध कर रहे लोग, अपने प्रदर्शन को जारी रखेंगे या नहीं.. ये भी 2020 में हमें दिखेगा.

कश्मीर 2020

इस प्रदर्शन के दौरान इंटरनेट शटडाउन की खबरें खूब आ रही हैं कभी यूपी से कभी कर्नाटक से कभी-कभी तो दिल्ली से. ऐसे में कुछ लोग ये भी सोशल मीडिया पर चक्कलस में कह रहे हैं कि बधाई हो कश्मीर हुआ है...ये कमेंट हलका लग सकता है आपको लेकिन ये सीख देता है. कश्मीर पर इस कमेंट मे एक सीख ये है कि.. जब कश्मीर पर चुप थे तो अब समझ आ रहा होगा इंटरनेट शटडाउन का मतलब.

कश्मीर का भी वर्तमान-भविष्य 2020 के हाथों में हैं. 5 अगस्त, 2019 को भारत सरकार ने ऐतिहासिक फैसला करते हुए भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 और 35-ए को निष्प्रभावी करते हुए जम्मू कश्मीर राज्य के पुनर्गठन का फ़ैसला लिया. इसके तहत 31 अक्तूबर, 2019 से राज्य की जगह दो केंद्रशासित प्रदेशों की व्यवस्था अस्तित्व में आ गयीं- जम्मू- कश्मीर और लद्दाख.

जम्मू-कश्मीर से कारोबार के नुकसान, पर्यटन के नुकसान और इंटरनेट शटडाउन की इतनी खबरें आईं कि अब खबरें भी आना और या यूं कहें तो मीडिया हाउसों ने दिखाना बंद कर दिया...अब भी यहां के लोगों को इंटरनेट सर्विसेज शुरू होने का इंतजार है..वहां जिंदगी को नॉर्मल जिंदगी कैसे करते हैं...ये देखने का इंतजार है...

राम मंदिर कब बनेगा?

देश की बड़ी आबादी को ये भी इंतजार रहेगा कि वो मुद्दा जो दशकों से सियासत का केंद्र रहा, यानी राम मंदिर पर अब तो सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी आ गया है. अब मंदिर कब बनाएंगे, टाइम कब बताएंगे. लोग इस सवाल का जवाब 2020 में ढूंढेंगे.

5जी

और ढूंढने से याद आया गूगल, इंटरनेट, देश में 2020 में इंतजार रहेगा 5g नेटवर्क का. 5G के आने से डाउनलोड स्पीड बढ़ेगी, इंटरनेट और स्मूथ होगा साथ ही जिस डिजिटल इको सिस्टम की बात देश में होती है उसे एक विस्तार मिलेगा लेकिन देश में 5G की राहें इतनी आसान नहीं दिखती.

क्यों नहीं दिखती ये जरा भारती एयरटेल के मैनेजिंग डायरेक्टर गोपाल विट्ठल के कमेंट से समझते हैं. साल 2019 इंडिया मोबाइल कांग्रेस में विट्ठल ने कहा था कि 5g के लिए जिस स्पेक्ट्रम की जरूरत होती है, वो काफी मंहगा है और उसे कंपनियां अफोर्ड नहीं कर सकती, उन्होंने सरकार से ये आग्रह किया था कि कीमतों में कटौती की जरूरत है.

साथ ही जिस तरह का कंपीटिशन इंडियन टेलीकॉम कंपनियों के बीच है यहां थ्रोट कटिंग कंपीटिशन है, मुनाफा कम होता जा रहा है. इसलिए चुनौती बनी हुई है.

इसके अलावा 5G नेटवर्क के लिए जिस इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत होगी, भारतीय कंपनियां अभी उसके लिए तैयार नहीं दिखती, ऐसा एक्सपर्ट बताते हैं तो दोस्तों 5G के लिए थोड़ा इंतजार तो करना पड़ सकता है.

डोनाल्ड ट्रंप का महाभियोग

देश के साथ-साथ हमारी और आपकी नजर अमेरिका पर भी रहेगी. जिसकी पॉलिसिज का सरकारों का असर पूरी दुनिया पर पड़ता है..2020 में अमेरिका में चुनाव है और राष्ट्रपति ट्रंप पर फिलहाल महाभियोग की प्रक्रिया जारी है. सीनेट में डोनाल्ड की पार्टी का दबदबा है ऐसे में ट्रंप के लिए राह आसान हो सकती है.

2020 की फिल्में

अब ये सुन -सुनकर आपका मूड खराब हो जाए या आप बोर जाएं तो 2020 में आने वाली फिल्मों पर भी एक नजर डाल लीजिएगा. 2020 की शुरुआत दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक से कर सकते हैं..जो एक एसिड सर्वाइवर की असली कहानी से प्रेरित है. जनवरी में ही डांस पर बेस्ड वरुण धवन श्रद्धा कपूर की फिल्म स्ट्रीट डांसर भी आ रही है. इसके अलावा 2020 में आपको शुभ मंगल सावधान का सिक्वल शुभ मंगल ज्यादा सावधान, हिंदी मीडियम का सिक्वल और इरफान खान की बीमारी के बाद पहली फिल्म अंग्रेजी मीडियम का भी इंतजार रहेगा. और सिंघम, सिंबा की कामयाबी से अति उत्साहित रोहित शेट्टी की अगली फिल्म सूर्यवंशी भी 2020 में आ रही है. रणबीर, आलिया और अमिताभ बच्चन की ब्रह्मास्त्र का भी फैंस को इंतजार रहेगा.

अभी तो आपको जो 'ज्ञान' मिला है उस 'ज्ञान' में अगर कोई कमी रह गई हो या कुछ मुद्दे छूट गए हों तो आप कमेंट में बता सकते हैं. और द क्विंट की तरफ नए साल की शुभकामनाएं. आपका नया साल शानदार, जबरदस्त, जिंदाबाद रहे.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

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