पश्चिम बंगाल में अम्पन चक्रवात से काफी तबाही हुई है. लोग कोरोना संकट के बीच अपने घर में भी परेशान हो गए हैं. पश्चिम बंगाल में जहां एक ओर कुछ स्थानों पर स्थिति को लेकर हंगामा हो रहा है तो वहीं, सियासत भी दिख रही है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. इस बीच ममता बनर्जी ने रेलवे और सेना से मदद की मांगी, जिसके बाद बंगाल के कुछ क्षेत्रों में सेना राहत और बचाव का कार्य कर रही है.
पश्चिम बंगाल में अम्पन चक्रवात की तबाही के बाद शनिवार को राज्य में सेना की बहाली से लेकर राज्यपाल और सीएम की तकरार तक बड़ी बातें
- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने रेलवे से कहा है कि, वह 26 मई तक श्रमिक स्पेशल ट्रेन को राज्य में न भेंजे. क्योंकि उनके सभी स्थानीय अधिकारी चक्रवात के बाद स्थिति सामान्य करने में लगे हैं.
- पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य को स्थिति को देखते हुए सेना से मदद की मांग की, राज्य सरकार की मांग के बाद पश्चिम बंगाल में टॉलीगंज, बल्लीगंज, राजारहाट-न्यू टाउन, डायमंड हार्बर, बेहला में सेना के 5 कॉलम तैनात किए गए. ये राहत और बचाव का कार्य कर रहे हैं.
- सेना की मदद की मांग को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी की खूब तारीफ की है. उन्होंने कहा सरकार ने सेना की मदद लेने का सकारात्मक कदम उठाया है. ये सराहनीय है. हमें हर उपलब्ध संसाधन का उपयोग करना चाहिए.
- राज्यपाल ने सरकार पर सवाल भी उठाए और कहा, 'मेरी राज्य सरकार से कोई बात नहीं हुई. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरी भारतीय तटरक्षक बल और बीएसएफ से विस्तृत चर्चा हुई, उन्होंने बेहतरीन कार्य किया है. मैंने सेना से बात की, वे राहत कार्य के लिए तैयार थे. कोलकाता नगर निगम ने क्या किया?'
- धनखड़ ने राज्य सरकार से सवाल किया,'उन्होंने पहले तैयारी क्यों नहीं की? अधिकतर मौतें पेड़ों के गिरने से हुई. ऐसे में पहले से कोई आकस्मिक योजना क्यों नहीं बनाई गई. पहले से व्यवस्था क्यों नहीं की गई?'
- पीएम और सीएम के एक साथ दौरे पर धनखड़ ने कहा, ऐसे समय में अगर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री एक मत हों तो जनता के लिए बहुत फायदेमंद होगा. मैं उम्मीद करता हूं कि यह लंबे समय तक चले और समाप्त न हो. प्रधानमंत्री ने 1000 करोड़ रुपये का पैकेज जारी किया है. यह कोई पैकेज नहीं है बल्कि शुरुआत है.
- वहीं, बिजली और पानी आपूर्ति के लिए राज्य के उत्तर 24 परगना के टीटागढ़ इलाके में खूब हंगामा हुआ और एक ट्रक को आग लगा दी गई.
- हंगामे पर सीएम ममता ने कहा, बिजली बहाल करने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं. यह राजनीति करने का समय नहीं है. हमने कोलकाता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉर्पोरेशन (CESC) से बहाली के लिए बात की है. मैं लोगों से धैर्य रखने का अनुरोध करना चाहती हूं.
बता दें कि, पश्चिम बंगाल में अम्पन चक्रवात की तबाही में 80 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. वहीं, घर से सड़क और कई बड़े इमारतों को क्षति पहुंची है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)