पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले लगभग रोजाना एक TMC नेता के बीजेपी में जाने की खबर आ रही थी. छोटे नेता ही नहीं ममता बनर्जी के करीबी रहे सुवेंदु अधिकारी और उनके पिता शिशिर अधिकारी समेत कितने ही बड़े नामों ने भगवा पार्टी का दामन थामा था. नतीजे आए, बीजेपी हार गई और जैसा कि भारतीय राजनीति की 'परंपरा' है, पार्टी बदलने वाले नेता अब वापस TMC आना चाहते हैं. ऐसी चाहत रखने वाले एक-दो नहीं बल्कि 33 बीजेपी विधायकों की खबर है.
चुनाव से पहले 33 TMC विधायकों ने बीजेपी जॉइन कर ली थी. अब मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि इतने ही बीजेपी विधायक ममता दीदी के पास वापस जाना चाहते हैं.
जिस सबसे बड़े नाम की अटकलें लग रही हैं, वो मुकुल रॉय का है. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रॉय 2 मई को नतीजे आने के बाद से ही चुप हैं. उनके बेटे सुभ्रांशु रॉय केंद्र सरकार को अपनी एक फेसबुक पोस्ट में घेर चुके हैं. चर्चा तेज है कि मुकुल रॉय भी पाला बदलने की योजना में हैं.
मुकुल रॉय पर अटकलें तेज
रॉय के नाम पर चर्चा कई दिनों से चल रही है लेकिन उनके पार्टी बदलने की अटकलों को बल 2 जून को मिला. ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी रॉय की कोविड संक्रमित पत्नी को देखने अस्पताल पहुंचे थे.
सुभ्रांशु रॉय उस समय अस्पताल में ही मौजूद थे और उन्होंने कहा था कि 'मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कई सूत्रों से मां के स्वास्थ्य की जानकारी ली.'
खबरें हैं कि बनर्जी के जाने के कुछ समय बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष भी अस्पताल पहुंचे थे. वहीं, 3 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुकुल रॉय को फोन कर उनकी पत्नी के स्वास्थ्य के बारे में बातचीत की.
2017 में TMC छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने वाले मुकुल रॉय एक समय पर ममता बनर्जी के सबसे खास माने जाते थे.
30 से ज्यादा विधायक छोड़ना चाहते हैं बीजेपी?
मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि कम से कम 33 बीजेपी विधायक पार्टी छोड़कर TMC में जाना चाहते हैं. 2 मई को नतीजे आने के बाद से कई नेताओं ने खुलकर TMC में जाने की इच्छा जताई है. इनमें सोनाली गुहा और सरला मुर्मु जैसे नाम शामिल हैं.
सरला मुर्मू ने कहा था, "मुझसे गलती हो गयी. मैं ममता बनर्जी से माफी मांगती हूं. मुझे उम्मीद है कि वह मुझे माफ करेंगी. अगर वह मुझे वापस स्वीकार करती हैं तो मैं उनके साथ रहूंगी और पूरी ईमानदारी से उनकी पार्टी के लिए काम करूंगी."
विधानसभा की पूर्व डिप्टी स्पीकर सोनाली गुहा ममता को पत्र लिखकर पार्टी छोड़ने के लिए माफी मांगी चुकी हैं. 4 बार विधायक रह चुकीं सोनाली ने कहा था,
“जैसे मछली पानी के बिना नहीं रह सकती है वैसे मैं ममता बनर्जी के बगैर नहीं रह सकती हूं. बीजेपी में मेरा दम घुट रहा था. अब मैं बीजेपी से अपने सभी संबंध तोड़ रही हूं और जब भी ममता दीदी मुझे बुलाएंगी, मैं टीएमसी जॉइन करूंगी.”
पूर्व फुटबॉलर दिपेंदू बिस्वास ने नारद स्टिंग टेप मामले में तीन TMC नेताओं और एक पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी के विरोध में बीजेपी छोड़ दी है. दिपेंदू ने कहा कि उन्हें अपनी पिछली पार्टी में वापस आने की उम्मीद है. विधानसभा चुनाव में टिकट की अनदेखी के बाद बिस्वास ने टीएमसी छोड़ दी थी. इनके अलावा कूचबिहार के निकाय प्रमुख ने भी बीजेपी छोड़ दी है.
बीजेपी प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने विधायकों के TMC जाने की बात को ‘अफवाह’ बताया है. भट्टाचार्य ने कहा, “बंगाल के लोग सब देख रहे हैं. ये नेता रोते हुए बीजेपी में आए थे.”
TMC का क्या कहना है?
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष का कहना है कि 'इन नेताओं ने हमारी पार्टी छोड़ दी जब पार्टी संकट से गुजर रही थी और अब वापस आना चाहते हैं. इस संबंध में पार्टी नेतृत्व फैसला लेगा.'
घोष ने कहा कि 'कई नेता फोन पर संपर्क में हैं लेकिन पार्टी ने अभी इस मामले पर चर्चा नहीं की है.' हालांकि, घोष ने सवाल किया था, "अगर बीजेपी अच्छा प्रदर्शन करती तो क्या ये नेता TMC में वापस आना चाहते?"
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