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क्या होती है सर्जिकल स्ट्राइक? कैसे होती है पूरे ऑपरेशन की तैयारी

सर्जिकल स्ट्राइक का मतलब समझिए, इतना आसान नहीं होता दुश्मन के इलाके में घुसकर मारना

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पुलवामा अटैक का बदला लेने के लिए LoC पर भारतीय वायुसेना के हमले को सर्जिकल स्ट्राइक-2 कहा जा रहा है. इसके पहले भारत ने उरी हमले के बाद LoC के पार आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. भारतीय सेना के जवानों ने अपनी पराक्रम दिखाते हुए 28-29 सितंबर, 2016 की रात पाकिस्तानी में घुसकर उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया था. आइए जानते हैं क्या है सर्जिकल अटैक और कैसे इसे अंजाम दिया जाता है.

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आइए हम आपको बताते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक होता क्या है, और कैसे इस अंजाम दिया जाता है.

सर्जिकल स्ट्राइक मतलब दुश्मन पर सटीक हमला

सर्जिकल स्ट्राइक का मतलब होता है एक ऐसा सैन्य हमला जिसमें किसी खास लक्ष्य को निशाना बनाया जाए. दरअसल जहां भी सर्जिकल स्ट्राइक की प्लानिंग होती है वहां पहले दुश्मन के लोकेशन की पुख्ता जानकारी इकट्ठा की जाती है. और एक-एक बारीकियों का ख्याल रखकर, एकदम सटीक हमला किया जाता है. दुश्मन के इलाके के चप्पे-चप्पे की खबर रखी जाती है और पहले से ही तय हो जाता है कि कैसे पूरे ऑपरेशन को अंजाम देना है.

इस स्ट्राइक में इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि टीम को लोकेशन की पूरी जानकारी हो, और आसपास की आबादी को कोई नुकसान न पहुंचे. कोलैट्रल डैमेज के चांस बहुत कम होते हैं.

आम तौर पर सर्जिकल स्ट्राइक में हवाई हमले होते हैं लेकिन इसका कोई तय तरीका नहीं है. जरुरत पड़ने पर सर्जिकल स्ट्राइक और जमीनी या पानी के रास्ते भी अंजाम दिया जा सकता है.

सर्जिकल स्ट्राइक और इराक युद्ध

2003 में अमेरिका ने इराक पर Shock and Awe अटैक किए थे जिसमें सरकारी इमारतों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया था. ये एक बेहतरीन, सुनियोजित सर्जिकल स्ट्राइक था.

भारत ने भी 2015 के जून महीने में म्यांमार सीमा में दाखिल होकर सक्रिय उग्रवादी गुट एनएससीएन (के) के शिविरों को निशाना बनाया था. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना म्‍यांमार सीमा के भीतर तक चली गई थी. इस ऑपरेशन में सेना ने कई उग्रवादियों को मार गिराया था.

ये भी देखें : भारतीय वायुसेना की कार्रवाई पर लाइव कवरेज यहां देखें

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