संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा, 2020 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है. फाइनल रिजल्ट में कुल 761 कैंडिडेट्स का सेलेक्शन हुआ है. जिनमें से बिहार के कटिहारी का रहने वाले शुभम कुमार ने परीक्षा में टॉप किया है.
तीसरे अटेंप्ट में 1 रैंक पर आए शुभम
शुभम कुमार ने IIT बॉम्बे से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है. UPSC में यह उनका तीसरा प्रयास था. अपने पहले प्रयास में शुभम ने 2018 में एग्जाम दिया था, लेकिन उसमें निराशा हाथ लगी थी, अगले साल 2019 में वे फिर से UPSC एग्जाम में बैठे और इस बार सफल हुए, उन्होंने 290 रैंक हासिल की और इंडियन डिफेंस एकाउंट्स सर्विस के लिए लिए सिलेक्ट हुए. वर्तमान में शुभम पुणे में ट्रेनिंग ले रहे थे.
प्रारंभिक शिक्षा की बात करें तो शुभम ने बिहार के विद्या विहार आवासीय विद्यालय से 10वीं तक पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने बोकारा के चिन्मय विद्यालय से 12वीं की पढ़ाई की और 96% अंकों के साथ पास हुए.
शुभम ने एक बार एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वो रिसर्च करने के लिए US गए थे, तब उन्हें UPSC का एग्जाम देने की प्रेरणा मिली थी. लगातार कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास की वजह से शुभम ने परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल किया.
शुभम कुमार सिविल सर्विसेज एग्जाम में सफल होने के लिए नोट्स बनाने और मॉक इंटरव्यू देने को जरूरी मानते हैं. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के साथ-साथ शिक्षकों को दिया है.
बिहार के सीएम ने दी बधाई
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुभम को बधाई देते हुए लिखा है कि,
"UPSC सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल करने पर बिहार के श्री शुभम कुमार को बधाई एवं शुभकामनाएं. उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना है. बिहार के विकास आयुक्त, श्री आमिर सुबहानी जी ने भी पूर्व में प्रथम स्थान प्राप्त किया था."
अक्टूबर 2020 में हुई थी पहली परीक्षा
UPSC 2020 की प्रारंभिक परीक्षा अक्टूबर 2020 में आयोजित की गई थी, इसके बाद 8 जनवरी से 17 जनवरी 2021 तक मुख्य लिखित परीक्षा और 2 अगस्त से 22 सितंबर 2021 तक इंटरव्यू की परीक्षा की गई थी.
इसके बाद IAS पद के लिए 180, IFS के लिए 36, IPS अधिकारियों के पदों के लिए 200 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया है.
इसके साथ ही केंद्रीय सेवा ग्रुप-A में 302 और ग्रुप-B सेवाओं में 118 रिक्तियां भरी जाएंगी. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, कुल सिलेक्टेड 761 उम्मीदवारों में से 263 सामान्य या अनारक्षित वर्ग से, 86 ईडब्ल्यूएस, 229 ओबीसी, 122 एससी और 61 एसटी वर्ग से हैं.
150 से अधिक उम्मीदवार आरक्षित सूची में हैं. इनमें से 75 छात्र सामान्य, 15 ईडब्ल्यूएस, 55 ओबीसी, पांच एससी और एक एसटी हैं.
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